साल का अंतिम सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को सोमवार के दिन लगने वाला है। 14 दिसंबर को लगने वाला ये ग्रहण 15 दिनों के अंदर लगने वाला दूसरा ग्रहण है। इससे पहले 30 नवंबर को पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा ग्रहण लगा था अब मार्गशीर्ष की अमावस्या तिथि पर सूर्य ग्रहण लगेगा। ये पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। आइए जानते हैं कि ये सूर्य ग्रहण किस समय और कहां-कहां दिखाई देगा, भारत में इसका क्या असर होगा और क्या इस ग्रहण में सूतक माना जाएगा या नहीं। बता रहे हैं आचार्य कैलाश चंद्र सेमवाल।
कब और कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण?
भारतीय समयानुसार ये ग्रहण शाम को 7 बजकर 3 मिनट से शुरू होगा और रात 12 बजकर 23 मिनट पर खत्म होगा। सूर्य ग्रहण की अवधि लगभग 5 घंटे की रहेगी। ये दक्षिणी अफ्रीका, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और हिंद महासागर और अंटार्कटिका में पूर्ण रूप से नजर आएगा। ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा।
भारत में असर
संध्याकाल में लगने की वजह से ये ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। भारत में नजर ना आने की वजह से ग्रहण काल के दौरान किसी भी तरह के कार्यों पर पाबंदी नहीं होगी।
क्या सूतक काल माना जाएगा?
14 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। भारत में नजर ना आने की वजह से इस बार सूतक के नियम नहीं माने जाएंगे। साथ ही ग्रहणकाल के दौरान मांगलिक कार्यों पर भी रोक नहीं लगेगी। सूतक काल मान्य ना होने की वजह से मंदिरों के कपाट बंद नहीं किए जाएंगे और ना ही पूजा-पाठ वर्जित होगी।
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