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कोरोना को लेकर एसओपी का कड़ाई से पालन हो : जयराम
शिमला। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों के साथ देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए इस महामारी के मामलों की संख्या में अचानक वृद्धि पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस वायरस की रोकथाम के लिए और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।
प्रधान मंत्री ने कोविड-19 वैक्सीन के अपव्यय की जांच करने, फेस मास्क के प्रभावी उपयोग और परस्पर दूरी बनाए रखने पर भी बल दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। उन्होंने विभिन्न राज्यों द्वारा आरटीपीसीआर परीक्षणों को बढ़ाने पर जोर दिया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर भी बैठक में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से कहा है कि न केवल परीक्षण क्षमता बढ़ाई जाए बल्कि भारत सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किए गए विभिन्न एसओपी का सख्ती से कार्यान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राज्य में 1.78 लाख से अधिक लोगों को टीकाकरण किया गया है जो कुल आबादी का लगभग 2.60 प्रतिशत है। राज्य सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है और उसके अनुसार उचित कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री से अनुरोध करेंगे कि वायरस के प्रसार की जांच करने के लिए पंजाब से हिमाचल प्रदेश आने वाले तीर्थ यात्रियों पर नजर रखें। उन्होंने कहा कि मेलों और अन्य कार्यक्रमों के उत्सव के दौरान एसओपी का कड़ाई से पालन किया जाएगा।
देश के स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने देश में कोविड-19 मामलों पर प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि वायरस के कारण देश की मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है। देश में अब तक लगभग 3.51 करोड़ लोगों को कोविड-19 टीका लगाया जा चुका है। स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल, मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी. शर्मा, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, मुख्यमंत्री के सलाहकार एवं प्रधान सचिव डाॅ. आर.एन. बत्ता और डाॅ. निपुण जिंदल भी बैठक में उपस्थित थे।