देश-दुनिया

सावधान! भारत के इन राज्यों में फिर डरा रही कोरोना की रफ्तार

नई दिल्ली। देश के कुछ राज्‍यों में कोविड-19 के दैनिक नये मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। महाराष्‍ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और छत्‍तीसगढ़ में कुल मिलाकर 80.63 प्रतिशत दैनिक नये मामले सामने आए हैं।पिछले 24 घंटों में 39,726 दैनिक नये मामले सामने आए हैं।

महाराष्ट्र में सबसे अधिक 25,833 नए मामले दर्ज किए गए

महाराष्ट्र में सबसे अधिक 25,833 (दैनिक नए मामलों का 65 प्रतिशत) दैनिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद पंजाब में 2,369 जबकि केरल में 1,899 नए मामले सामने आए हैं।भारत में आज कोरोना के कुल सक्रिय मामले 2.71 लाख (2,71,282) है, जो देश में अब तक के कुल संक्रमित मामलों का 2.82 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में कुल सक्रिय मामलों (केसलोड) में 18,918 मामलों की वृद्धि दर्ज की गई।भारत के तीन राज्यों – महाराष्ट्र, केरल और पंजाब में कुल सक्रिय मामलों का 76.48 प्रतिशत मौजूद है।

भारत में ठीक होने वाले मरीजो़ की संख्या पार

भारत में ठीक होने वाले मरीजो़ की संख्या आज 1,10,83,679 हो गई हैराष्ट्रीय रिकवरी दर 96.56 प्रतिशत है।16 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से किसी भी व्यक्ति की मौत की नहीं हुई है।  इन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में आंध्रप्रदेश, चंडीगढ़, ओडिशा, उत्तराखंड, झारखंड, लक्षद्वीप, सिक्किम, मेघालय, दमण और दीव तथा दादरा और नागर हवेली, नगालैंड, त्रिपुरा, लद्दाख (केन्‍द्रशासित प्रदेश), मणिपुर, मिजोरम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अरुणाचल प्रदेश शामिल हैं।

केन्‍द्र सरकार ने महाराष्‍ट्र और पंजाब में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए कोविड-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए उच्‍चस्‍तरीय जन स्‍वास्‍थ्‍य टीमों को तैनात किया

केन्‍द्र सरकार सभी राज्‍यों एवं केन्‍द्रशासित प्रदेशों की सरकारों, विशेषकर उन राज्‍यों की सरकारों के साथ सक्रियतापूर्वक जुटी है, जहां दैनिक नये मामलों में बढ़ोतरी हो रही है और कोरोना संक्रमण के अत्‍यधिक सक्रिय मामले पाए जा रहे हैं। केन्‍द्र सरकार उनके साथ कोविड की रोकथाम की स्थिति और जन स्‍वास्‍थ्‍य के उपायों की नियमित समीक्षा कर रही है।

चयनित जिलों में उन क्षेत्रों की निगरानी और कड़े नियंत्रण पर ध्यान केंद्रित किया जाए, जहां अत्‍यधिक मामले पाए जाते हैं। साथ ही, उच्च मृत्यु की रिपोर्ट वाले जिलों में नैदानिक ​​प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। यह सलाह दी गई है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को समस्‍यामूलक वायरस प्रजाति का पता लगाने के लिए जीनोम परीक्षण हेतु नमूने भी भेजने चाहिए। सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को आईएनएसएसीओजी संघ के तहत 10 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के साथ नोडल संस्थान के रूप में चिह्नित किया गया है। राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को संचार और कार्यान्‍वयन के माध्यम से कोविड की स्थिति में उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा देने के साथ सार्वजनिक स्थानों पर भीडभाड़ को सीमित करने और अत्‍यधिक मामलों की रिपोर्ट वाले जिलों में प्राथमिकता वाले जनसंख्या समूहों के लिए टीकाकरण में तेजी लाने के लिए कहा गया है। टीकाकरण की गति में तेजी लाने पर भी बल दिया गया है।

हाल ही में केन्‍द्र सरकार ने महाराष्‍ट्र और पंजाब में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए कोविड-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम के उपायों के लिए उच्‍चस्‍तरीय जन स्‍वास्‍थ्‍य टीमों को तैनात किया है। इससे पहले, कोविड-19 के मामलों की हाल में तीव्र बढ़ोतरी के विरूद्ध संघर्ष में सहायता देने के लिए केन्‍द्र सरकार ने महाराष्‍ट्र, केरल, चंडीगढ़, मध्‍य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और जम्‍मू-कश्‍मीर में उच्‍चस्‍तरीय टीमों को भेज चुकी है। केन्‍द्रीय टीमों की रिपोर्ट को राज्‍यों के साथ साझा किया जाता है, ताकि अगली कार्रवाई की जा सके। राज्‍यों द्वारा अनुसरण एवं अनुपालन की केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय द्वारा निगरानी की जाती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button