अनुराग ठाकुर बोले सरकार ने रोजगार बढ़ाने की दिशा में कई कदम उठाए
शिमला। हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कोरोनाकाल के इस समय में भी भारतीय अर्थव्यवस्था के तेज़ी से रिकवर करने पर अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों द्वारा सराहे जाने व जीएसटी कलेक्शन लगातार पांचवें महीने एक लाख करोड़ रुपये से ऊपर रहने की जानकारी दी है।
अनुराग ठाकुर ने कहा “ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में केंद्र सरकार की ओर से कोरोना महामारी से निपटने के लिए पिछले वर्ष की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किए गए उपायों से वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी कलेक्शन लगातार पांचवें महीने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।मोदी सरकार के सार्थक प्रयासों से ही अर्थव्यवस्था में वी-आकार की रिकवरी देखी जा रही है क्योंकि तीसरी तिमाही में जीडीपी संख्या सकारात्मक है और व्यापार बेहतर हो रहा है। फरवरी में 1,13,143 करोड़ रुपये के सकल जीएसटी राजस्व की वसूली हुई,यह सालाना आधार पर सात प्रतिशत की वृद्धि को दिखाता है।
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा “ कोरोना आपदा जैसे कठिन समय में भी भारतीय अर्थव्यवस्था की रिकवरी को विदेशी एजेंसियों ने सराहा है। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान भारत की जीडीपी ग्रोथ 12.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।भारत में तेजी से बढ़ी आर्थिक गतिविधियों और कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को देखते हुए अपने अनुमान में संशोधन किया है।एजेंसी ने पहले 11 प्रतिशत का अनुमान लगाया था। वहीं दूसरी प्रमुख एजेंसी मूडीज एनालिटिक्स ने भी भारत की अर्थव्यवस्था 2021 में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने का अनुमान लगाया है। आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर को 12.6 प्रतिशत रहने का अनुमान किया है। विभिन्न क्षेत्रों की स्थिति सुधर रही है।
अनुराग ठाकुर ने कहा “सरकार ने रोजगार बढ़ाने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। एमएसएमई सेक्टर के लिए टैक्स कम किया है। नए उद्योग भारत में लगे, नई कंपनी आए, इसके प्रयास भी किए जा रहे हैं। दुनियाभर की कंपनियां अब भारत में निवेश करना चाहती हैं और एफडीआई भी देखा जाए तो साफ हो जाएगा कि आज तक का सबसे ज्यादा फॉरेक्स रिजर्व्स भारत में है। फरवरी में देश में 25,787 करोड़ रुपए का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आया है।देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार बढ़ रहा है। जनवरी, 2021 में यह 590 अरब डॉलर के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया।