बिलासपुर जिले में कोरोना जांच के लिए शेड्यूल जारी, देखिये कहां कब होगा टेस्ट
बिलासपुर। उपायुक्त रोहित जम्वाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला बिलासपुर में कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तथा इसके बचाव के लिए संक्रमितों की समय पर पहचान करने व इसके उपचार के लिए अधिक से अधिक सैंपलिंग पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा एवं एहतियातन के मध्यनजर बिलासपुर जिला के व्यापारियों जिसमें (ढाबा मालिक, करयाना व्यापारी, होटल आदि) से सम्बन्धित लोगों के कोरोना टैस्ट 23 दिसम्बर से शुरू किए जा रहे है।
उन्होंने बताया कि 23 दिसम्बर को बिलासपुर के लखनपुर, श्री नैना देवी जी स्थिति स्वारघाट के श्री नैना देवी जी में, घुमारवीं के हटवाड़ तथा झण्डूता के झण्डूता में सैंपल एकत्रित किए जाएंगे। इसी प्रकार 24 दिसम्बर को जाबली, श्री नैना देवी जी, हवाण और झण्डूता, 25 दिसम्बर को नौणी, भाखड़ा, हरलोग, झण्डूता, 26 दिसम्बर को कोठीपूरा, स्वारघाट, डंगार, गेहड़वीं, 28 दिसम्बर को विनायक घाट और ब्रहमपुखर, स्वारघाट, डंगार, गेहड़वीं, 29 दिसम्बर को नम्होल, स्वाहण, दधोल और औहर, 30 दिसम्बर को नम्होल, कैंची मोड, बद्धाघाट और औहर, 31 दिसम्बर को गसौड़, बेहल, भराड़ी और ऋषिकेश, 1 जनवरी, 2021 को रानीकोटला, टोबा, बम और नाल्टी परनाल, भगेड़, 2 जनवरी को घाघस, बस्सी, कुठेड़ा और भगेड़, 4 जनवरी को बैरी, घवाण्डल, कुठेड़ा और समोह, 5 जनवरी को पंजगाईं, जमली, कोठी और सुनहाणी, 6 जनवरी को पंजगाई, छड़ोल, घुमारवीं और बरठीं, 7 जनवरी को खारसी, जगातखाना, घुमारवीं और बरठीं, 8 जनवरी को बरमाणा, पंजपीरी, घुमारवीं और बरठीं, 9 जनवरी को बरमाणा, कल्लर, घुमारवीं और गुगा मोड़ा, 11 जनवरी को बरमाणा, घुमारवीं, छत, 12 जनवरी को लाड़ाघाट और बल्हसीना, 13 जनवरी को मलोखर, दसलेहडा, 14 जनवरी को चांदपुर और तलाई, 15 जनवरी को चांदपुर और तलाई, 16 जनवरी को कंदरौर और तलाई, 18 जनवरी को कंदरौर और बच्छेरटू, 19 जनवरी बामटा (आई.टी.आई चैक) और कोसरियां, 20 जनवरी को बिलासपुर और घराण, 21 जनवरी को बिलासपुर और भड़ोली कलां, 22 जनवरी को बिलासपुर और कलोल, 23 जनवरी को बिलासपुर और कलोल, 25 जनवरी को जेजवीं और 27 जनवरी को मरोतल में कोविड-19 के सैंपल एकत्रित किए जाएंगे।
उन्होंने जिला के सभी व्यापारियों से आग्रह किया है कि कोरोना जांच के लिए सैंपल देने हेतू आवश्यक सहयोग करें तथा दूसरों को भी प्रेरित करें ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।