स्वास्थ्य
जानिए छाछ को क्यों कहा जाता है धरती का अमृत
पुराने काल से ही हमारे जीवन में दूध ,दही ,घी व छाछ का महत्वपूर्ण स्थान रहा है! यह खाद्य पदार्थ हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग बन गए हैं।आयुर्वेद में छाछ को सात्विक आहार माना गया है। दही से बनने वाला यह पेय पदार्थ स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है। जब भी आप भारी या मसालेदार भोजन की वजह से एसिडिटी का अनुभव करें, तो एक गिलास छाछ पी लें। पेट के लिए छाछ बहुत फायदेमंद है, खासकर गर्मियों में इससे बेहतर आपका दोस्त और कोई नहीं हो सकता।
छाछ के फायदे-
- छाछ का सेवन मसालेदार खाने के असर से बचाता है
- छाछ का सेवन कैंसर और हाई कोलेस्ट्रॉल के जोखिम को कम करता है।
- छाछ का सेवन वजन घटाने में सहायक है।
- छाछ का सेवन हड्डियों को मजबूत करता है।
- छाछ पूरी करती है पानी की कमी।
- छाछ के सेवन से मसालेदार और तीखे भोजन से पेट में होने वाली जलन से आराम मिलता है। यह भोजन के ज्वलनशील तत्वों को साफ कर देता है।
- अगर आप भारी भोजन के बाद पेट को फूला हुआ महसूस करते हैं, तो एक गिलास छाछ आपकी इस समस्या को शांत कर सकता है।
- मोटापा अधिक होने पर छाछ को छौंककर सेंधा नमक डालकर पीने से फायदा होता है।
- इसमें विष नष्ट करने की शक्ति होती है। ये स्किन का रंग गोरा बनाती है। इससेस्किन में होने वाले बहुत से रोगों से बचाव होता है। इसके उपयोग से शरीर की जलन मिट जाती है
- छाछ की तुलना अमृत से की गई है। इसी से इसका महत्त्व पता चलता है। यह शरीर से विजातीय तत्वों और विषैले तत्वों कोनिकालकर रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाती है। छाछ पीने से संग्रहणी , खांसी , बवासीर आदि रोग मिट जाते हैं।
- प्रेग्नेंट महिला यदि छाछ का सेवन करती है तो इससे प्रेग्नेंट महिला की हड्डियों को मजबूती मिलने के साथ पेट में पल रहे बच्चे की हड्डियों व् दांतों के बेहतर विकास में भी मदद मिलती है।