बुजुर्ग, बच्चे व गंभीर बीमारी वाले लोग भाग न लें कुम्भ मेले में, एसओपी जारी
![corona](https://hamarahimachal.com/wp-content/uploads/2020/10/corona-new-1.jpg)
कुल्लू। कोविड-19 के संकट के मद्देनजर उत्तराखण्ड के हरिद्वार में चल रहे कुम्भ मेले के बेहतर प्रबंधन के लिए सरकार ने व्यापक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। कोविड के चलते मेले में अत्यधिक भीड़ से बचने के लिए एसओपी की कड़ाई से अनुपालना करने को कहा गया है।
सरकार के दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए जिला दण्डाधिकारी डाॅ. ऋचा वर्मा ने कहा कि कुम्भ मेले में जिला से भी श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है। इसलिए यह आवश्यक है कि श्रद्धालु कोविड-19 के संकट को ध्यान में रखें और सरकार द्वारा जारी एसओपी की अनुपालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना का संकट बीते साल की भांति पुनः से लौट रहा है और ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को सतर्क रहने व सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
अत्यधिक भीड़ के कारण कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह जरूरी है कि 65 साल की आयु से अधिक के व्यक्ति तथा 10 साल से कम आयु के बच्चे, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदयरोग, मस्तिष्क संबंधी बीमारी और गुर्दे की बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों व गर्भवती महिलाओं को कुम्भ मेले में भाग न लेने की सलाह दी गई है। ये सभी लोग ऐसे भीडऋ-भाड़ वाले मेलों, त्यौहारों व समारोहों में जाने से बचें।
एसओपी में कहा गया है कि कुम्भ मेले में जाने वाले सभी श्रद्धालुओं को निर्धारित प्रपत्र पर स्वस्थ होने का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा और यह अनिवार्य है। सभी तीर्थयात्रियों को 72 घण्टे की अवधि के बीच का आरटीपीसीआर कोविड-19 टेस्ट मेला में प्रवेश करते समय प्रस्तुत करना होगा। मेले में प्रवेश के लिये यह प्रमाण पत्र जरूरी है। सभी तीर्थयात्रियों को आवश्यक तौर पर यात्रा से पूर्व अपना पंजीकरण उत्तराखण्ड सरकार के पोर्टल पर करवाना होगा और हर समय आरोग्य सेतु ऐप का प्रयोग करना होगा। तीर्थयात्रा से लौटने के उपरांत राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार यदि आवश्यक हुआ तो व्यक्ति की कोविड-19 जांच करवाई जा सकती है।