सर्दियों में मक्के की रोटी खाने से होते हैं ढेरों फायदे, दूर हो जाती है कब्ज की समस्या
सर्दियों में अधिकतर घरों में समय-समय पर मक्का की रोटी बनाकर खाई जाती है। मक्का की रोटी बनाने के पीछे स्वाद ही एकमात्र कारण नहीं होता है बल्कि इससे शरीर को कई सारे फायदे पहुंचते हैं। आजकल की युवा पीढ़ी इसे खाने से कतराती है क्योंकि यह दिखने में एकदम मोटी और भारी- भारकम होती है लेकिन सच्चाई तो यह है कि इसे अन्य किसी अनाज की रोटी के मुकाबले पचाना बेहद आसान होता है। मक्के की रोटी में विटामिन-ए, बी, ई और कई तरह के मिनरल्स जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, मैग्नीज, सेलेनियम, पोटेशियम आदि भरपूर मात्रा में पाए जाता हैं। इस वजह से यह शरीर को एकदम स्वस्थ रखती है। अगली स्लाइड्स से जानते हैं सर्दियों में मक्के की रोटी के सेवन से होते हैं किस प्रकार फायदे।
कब्ज से राहत
मक्के की रोटी भले ही दिखती मोटी और भारी हो लेकिन गेहूं की रोटी की तुलना में इसे पचाना बेहद आसान होता है। मक्के में मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को सही रखता है और हानिकारक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का काम करता है। जिस वजह से कब्ज की समस्या शरीर में ज्यादा समय तक नहीं रह पाती है। मोशन सामान्य होते हैं और एसिडिटी की समस्या में भी इसके सेवन से राहत मिलती है।
हृदय को रखे स्वस्थ
यह कोलेस्ट्रॉल को कम कर कार्डियोवस्कुलर की रिस्क को कम करता है। मक्के की रोटी में ओमेगा-३ फैटी एसिड भी होता है जो दिल को स्वस्थ बनाता है। इसके अलावा यह हाई बीपी की समस्या को कम कर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम करता है। सर्दियों में नियमित रूप से इसे खाने से शरीर में से बुरे कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम हो जाता है।
गर्भावस्था में करें सेवन
सर्दियों में जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहे इसके लिए बहुत जरूरी है कि गर्भवती महिलाएं अपने आहार मे मक्के की रोटी को जरूर शामिल करें। गर्भवती महिलाओं में यदि फोलिक एसिड की कमी रहती है तो जन्म के वक्त बच्चे का वजन भी कम हो सकता है। मक्के में फोलिक एसिड अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इसलिए अपने चिकित्सक का एक बार परामर्श लेकर मक्के की रोटी का सेवन शुरू करें।
वजन करे कम
आपने ध्यान दिया होगा कि यदि आप सर्दियों में एक बार में 4 गेहूं की रोटी खा लेते हैं तो आप मक्के की 2 ही रोटी खा पाएंगे। मक्के की रोटी का सेवन करने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। आपका पेट एक ही बार में भर जाता है। आपको बार-बार भूख नहीं लगती है। जब आप बार-बार कुछ भी नहीं खाएंगे तो वजन बढ़ने का तो सवाल ही नहीं उठता है।