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उत्तराखंड में सत्ता परिवर्तन, सीएम त्रिवेंद्र का इस्तीफा

उत्तराखंड। उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर सियासी अटकलों को आज विराम लग गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज अपना इस्तीफा राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को सौंप दिया। अब सीएम कौन बनेगा ये भाजपा विधानमंडल की बैठक में तय होगा। सीएम के लिए भी अब चौंकाने वाला नाम सामने आ रहा है। उधर सीएम की दौड़ में शामिल एक वरिष्ठ नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फोन के बाद चुप बैठ गए हैं। वहीं एयरपोर्ट में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र के स्वागत कार्यकर्ता तो पहुंचे, लेकिन एक भी विधायक नहीं पहुंचा। हालांकि कार्यकर्ताओं ने सीएम के समर्थन में नारे लगाए। वहीं, वह अभिवादन कर चुपचाप चले गए। वहीं, सीएम आवास और राजभवन के गेट के बाहर भीड़ के चलते वह पिछले गेट से राजभवन पहुंचे।




इस्तीफे के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मैं लंबे समय से राष्ट्रीय सेवक संघ में काम कर रहा हूं। चार साल के लिए पार्टी ने मुझे सीएम रूप में सेवा करने का मौका दिया है। ये मेरा परम सौभाग्य रहा। मेरी पार्टी ने मुझे ये जिम्मेदारी दी। एक छोटे से गांव में मैने जन्म लिया। पिताजी पूर्व सैनिक थे। कभी कल्पना नहीं की थी। पार्टी इतना बड़ा सम्मान देगी।




पार्टी ने निर्णय लिया कि किसी और को मौका देना चाहिए। चार वर्ष पूरे होने में नौ दिन रह गए हैं। हमने महिलाओं के उत्थान के साथ जो योजनाओं पर हमने काम किया। यदि पार्टी मौका नहीं देती तो ये योजनाओं के बारे में मैं नहीं जानता। इस दौरान उन्होंने अपने कार्य गिनाए। कहा कि अब जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसका निर्वहन करूंगा। मैं त्यागपत्र सौंपकर राज्यपाल को दे आया हूं। सीएम के सवाल पर उन्होंने कहा कि कल पार्टी मुख्यालय में दस बजे विधानमंडल की बैठक है। उन्होंने कहा कि भाजपा में जो भी फैसले होते हैं, वो सामूहिक विचार के बाद होते हैं। इस्तीफे का कारण पूछने पर उन्होंने कहा कि ये सामूहिक विचार होता है। इसका जवाब चाहिए तो दिल्ली जाना पड़ेगा।




माना जा रहा है कि कल विधानमंडल दल की बैठक होगी। इसमें दल नेता का औपचारिक चयन होगा। वहीं, 11 मार्च को नए मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण करेंगे। कहा जा रहा है कि सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कल ही आला नेताओं को कहा कि यदि उन्हें बदलने की इतनी आवश्यकता है तो धन सिंह रावत को सीएम बना दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने पुष्कर सिंह धामी को उप मुख्यमंत्री बनाने का सुझाव दिया। अब देखना ये होगा कि आला कमान किसके नाम पर मुहर लगाता है। क्योंकि दौड़ में कई लोग शामिल हैं। इस बीच धनसिंह रावत दिल्ली से सरकारी हेलीकॉप्टर से दून पहुंच गए। इस बीच खबर आ रही है कि पर्यवेक्षक रमन और प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम भी दून पहुंच रहे हैं। कल सुबह 10 बजे विधानमंडल दल की बैठक होगी।



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