बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर के रहने वाले भजन गायक अभिषेक सोनी ने हिमाचल के पौराणिक भजनों को एक बार फिर से जीवंत कर दिया है। वह पिछले एक साल से पारंपरिक वाद्ययंत्र हारमोनियम के साथ हिमाचली भजनों को गा रहे हैं और अभी तक सैकड़ों भजन गा चुके हैं। वह अपने भजन कीर्तन के माध्यम से हिमाचल की संस्कृति और संस्कारों के प्रति लोगों को प्रेरित करने सहित पौराणिक व लोक संस्कृति को संजोए रखने में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। जिसका स्पष्ट उदाहरण यह है कि उनके द्वारा गाए गए भजनों को प्रदेश भर के कलाकार धार्मिक कार्यक्रमों जैसे भजन संध्या, कीर्तन और जागरण आदि में गा रहे हैं। इसमें कई ऐसे भी भजन हैं, जो आज प्रदेश के नामी कलाकार भी भक्तों की विशेष डिमांड पर गा रहे हैं।
वैसे तो अभी तक सोशल मीडिया पर उनके करीब 200 से अधिक भजन आ चुके हैं, लेकिन काम बंदया तेरे मुकने नईयो.. और डुग्गी डुग्गी नदियां.. भजन से उन्हें अधिक पहचान मिली। हारमोनियम के साथ पारंपरिक तरीके से गाए गए इन भजनों को लोगों ने खूब पसंद किया। जिसके चलते लाखों व्यू इन भजनों को मिले हैं। वहीं, भजन गायक अभिषेक सोनी द्वारा अपनी संस्कृति को भजनों के माध्यम से संजोए रखने में दिए जा रहे योगदान के लिए शिमला में सम्मानित किया जा चुका है। जहां आयोजित अवॉर्ड समारोह में उन्हें शिक्षा, भाषा कला एवं संस्कृति मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर द्वारा मोस्ट पॉपुलर डिवोशनल सिंगर अवॉर्ड से नवाजा गया।
6 सितंबर, 1990 में बिलासपुर शहर में पैदा हुए अभिषेक सोनी का पैतृक गांव हरोली जिला ऊना में है। वह अपने परिवार के साथ पिछले लंबे समय से बिलासपुर में ही रहते हैं। वह करीब दस साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रहे हैं और रंगमंच से भी उनका बचपन से नाता रहा है। जिसके चलते वह कई नाटकों में अभिनय करने के साथ साथ कई टीवी सीरियल और फिल्मों में काम कर चुके हैं। उनके कई भजन ऑडियो-वीडियो के साथ भी रिलीज हो चुके हैं। जिनमें सांवरा.., उड़ देया पंछिया.., माता रानी तू है बड़ी प्यारी.., फकीरी.., उचिया धारा भोला बसया.., नजारा तेरे मंदरा दा.., मिट्टी दा तू पुतला.., दो हार बणाये.. व भोले तेरी शादी.. आदि भजन शामिल हैं।
हर धार्मिक कार्यक्रम की शान बना ये भजन..
भजन गायक अभिषेक सोनी द्वारा अक्टूबर, 2021 में गाया गया भजन “काम बंदया तेरे मुकने नईयो” आज हर धार्मिक कार्यक्रम की शान बन गया है। प्रत्येक धार्मिक कार्यक्रम में इस भजन को गाया जाता है। सोशल मीडिया पर इस भजन का वीडियो खूब वायरल हुआ था। लाखों करोड़ों दर्शक इस भजन को सुनकर अपनी प्रतिक्रियाएं प्रकट कर चुके हैं।
समाज को सनातन धर्म से जोड़ना और युवाओं में धार्मिक जागृति पैदा करना है उद्देश्य
भजन गायक अभिषेक सोनी का कहना है कि लोगों के प्यार और स्पोर्ट ने उन्हें प्रोत्साहित किया है।अपनी लोक संस्कृति और इतिहास को पौराणिक भजनों के माध्यम से लोगों के समक्ष प्रस्तुत करने का जो कार्य उनके द्वारा किया जा रहा है, वह लगातार जारी रहेगा। ताकि, आने वाली पीढ़ी भी भजनों के माध्यम से अपनी संस्कृति के साथ जुड़ सके। उनका उद्देश्य पौराणिक भजनों के माध्यम से समाज को सनातन धर्म से जोडऩा और युवाओं में धार्मिक जागृति पैदा करना है।