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शिक्षा व्यवस्था में स्कूल प्रबंधन समितियों की भूमिका अहम : डॉ हंस राज
तीसा (चम्बा ) । शिक्षा व्यवस्था में स्कूल प्रबंधन समितियों का अहम योगदान रहता है और उन्हें इस दायित्व का निर्वाहन बड़ी ही ईमानदारी और प्रतिबद्धता से करना चाहिए। विधान सभा उपाध्यक्ष डॉ हंस राज ने ये बात आज खंड स्रोत समन्वयक केंद्र तीसा द्वारा समग्र शिक्षा अभियान के तहत खंड तीसा के उत्कृष्ट स्कूल प्रबंधन समिति वाले विद्यालयों को सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए अपने सम्बोधन के दौरान कही।
उन्होंने यह भी कहा कि 1 करोड़ 50 लाख रुपए की धनराशि स्कूल भवनों के निर्माण के लिए जारी की गई है ताकि विद्यार्थियों को शिक्षा हासिल करने के लिए पर्याप्त सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने कहा कि अब चुराह का युवा वर्ग शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा हैं। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेकर चुराह के युवक सफल भी हो रहे हैं। इस बदलाव में निश्चित रूप से युवाओं की लगन व मेहनत के साथ शिक्षकों की भूमिका भी रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों में नैतिकता बहुत ही जरूरी है और इस गुण को विकसित करने में न केवल अभिभावक बल्कि शिक्षक की भागीदारी निरंतर रहनी चाहिए। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तीसा को चुराह का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय कहा।
उन्होंने कहा कि इस विद्यालय से शिक्षा ग्रहण करके कई विद्यार्थी आज प्रतिष्ठित पदों पर रहते हुए अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसी विद्यालय से दसवीं की शिक्षा हासिल करने के बाद यहां के विद्यार्थी ऊंचे पदों पर रहे और आज सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने बताया कि उनकी स्वयं की स्कूली शिक्षा इसी विद्यालय से हुई है जिसका उन्हें गर्व है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने उत्कृष्ट स्कूल प्रबंधन समितियों (एसएमसी) को बधाई देते हुए कहा कि उनका कोविड के दौरान बड़ा ही सराहनीय योगदान रहा। स्कूल प्रबंधन समिति और अध्यापकों ने कोरोना काल में हर घर पाठशाला कार्यक्रम से हर घर तक शिक्षा पहुंचाई है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय वर्ग में राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तीसा को प्रथम स्थान के लिए पुरस्कृत किया इसी तरह उच्च विद्यालय वर्ग में प्रथम स्थान के लिए राजकीय उच्च विद्यालय जुनास जबकि
उन्होंने कहा कि इस विद्यालय से शिक्षा ग्रहण करके कई विद्यार्थी आज प्रतिष्ठित पदों पर रहते हुए अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसी विद्यालय से दसवीं की शिक्षा हासिल करने के बाद यहां के विद्यार्थी ऊंचे पदों पर रहे और आज सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने बताया कि उनकी स्वयं की स्कूली शिक्षा इसी विद्यालय से हुई है जिसका उन्हें गर्व है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने उत्कृष्ट स्कूल प्रबंधन समितियों (एसएमसी) को बधाई देते हुए कहा कि उनका कोविड के दौरान बड़ा ही सराहनीय योगदान रहा। स्कूल प्रबंधन समिति और अध्यापकों ने कोरोना काल में हर घर पाठशाला कार्यक्रम से हर घर तक शिक्षा पहुंचाई है। विधानसभा उपाध्यक्ष ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय वर्ग में राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला तीसा को प्रथम स्थान के लिए पुरस्कृत किया इसी तरह उच्च विद्यालय वर्ग में प्रथम स्थान के लिए राजकीय उच्च विद्यालय जुनास जबकि
माध्यमिक विद्यालय वर्ग में राजकीय माध्यमिक विद्यालय पुखतला को प्रथम, देहग्रां को द्वितीय और अनिउंडा को तृतीय स्थान के लिए पुरस्कार दे कर सम्मानित किया। प्राथमिक विद्यालय वर्ग में राजकीय प्राथमिक विद्यालय पुखतला प्रथम, सकलोगा द्वितीय और गलूवा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। उन्होंने तीसा बस दुर्घटना में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की। इससे पूर्व समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना अधिकारी राजेश शर्मा ने विधानसभा उपाध्यक्ष को सम्मानित किया। इस मौके पर जिला परिषद सदस्य जयंती दुग्गल, पंचायत समिति उपाध्यक्ष दुनी चंद, जिला परियोजना अधिकारी एवं प्राचार्य डाइट सरू राजेश शर्मा, मीडिया और सामुदायिक समन्वयक डाइट कविता बिजलवान, खंड शिक्षा अधिकारी तीसा देवीराम, कार्यवाहक खंड स्त्रोत समन्वयक प्राइमरी तेज सिंह, मंडल महामंत्री यशपाल, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष गोविंद, तीसा-। पंचायत उप प्रधान अनिल कपूर, विभिन्न स्कूलों की स्कूल प्रबंधन समितियों के अध्यक्ष व सचिव सदस्य भी मौजूद रहे।