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शिमला जिला परिषद अध्यक्ष खफा, बोलीं-बैठक से गैरहाजिर अफसरों पर होगी कार्रवाई

शिमला। जिला परिषद शिमला की बैठक आज बचत भवन में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता शिमला जिला परिषद की अध्यक्षा चन्द्र प्रभा नेगी ने की।



बैठक में माननीय सदस्यों द्वारा प्रस्तावों व प्रश्नों पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान जिला परिषद अध्यक्ष चन्द्र प्रभा नेगी ने बैठक में अनुपस्थित रहे अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध करवाई के लिए मामला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भेजा जायेगा।



उन्होंने कहा कि जिला परिषद की बैठक का उद्देश्य लोगों की मांग अनुरूप कार्यों का अनुमोदन करवा कर उन्हें जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करवाना है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों की प्रशंसा की और उन्हें आगे भी ऐसे ही लगन के साथ कार्य करने का आव्हान किया। बैठक में सभी सदस्यों ने पुलिस विभाग द्वारा नशे के खात्मे के लिए किये जा रहे कार्यों की सराहना की।



चन्द्र प्रभा नेगी ने निर्देश देते हुए कहा कि 15वें वित्तायोग की योजनाओं की योजनावार प्रगति की समीक्षा को लेकर सभी खण्डों में बैठक आयोजित की जाये और सम्बंधित जिला परिषद सदस्य को बैठक में शामिल किया जाये।
बैठक के दौरान सैंज में एनएच 05 पर व भुटटी पंचायत के भड़गाव में वर्षा शालिका के निर्माण बारे पूछे गए प्रशन का जवाब देते हुए बताया गया कि इसका टेंडर अगले माह आमंत्रित किया जायेगा। इसी प्रकार, बैठक में यह भी बताया गया कि ब्रांदली से सुगरी मार्ग को पक्का करने के लिए 10 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत हुई है और दो माह के अंदर इसकी प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त कर कार्य शुरू किया जायेगा।



बैठक में एक अन्य प्रश्न के जवाब में बताया गया कि कोटखाई क्षेत्र में ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर क्रैश बैरियर लगाए गए हैं और इसके अतिरिक्त साइन बोर्ड भी स्थापित किये गए हैं। मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना से सम्बंधित एक प्रश्न के उत्तर में बताया गया कि मशोबरा खंड में इस योजना के तहत 06 लोगों को स्वरोज़गार स्थापित करने पर सब्सिडी प्रदान की गई है। बैठक में विभिन्न शिक्षण संस्थानों, स्वास्थ्य संस्थानों और अन्य सरकारी कार्यालयों में स्टाफ उपलब्ध करवाने का भी मुद्दा उठाया गया।



अतिरिक्त उपायुक्त शिवम प्रताप सिंह ने सभी विभागीय अधिकारीयों से बैठक में उठाये गए मुद्दे और रखे गए प्रस्तावों को प्रभावी ढंग से निपटने के निर्देश दिए।



इससे पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने टीबी मुक्त अभियान के तहत जिला परिषद् सदस्यों को टीबी के बारे में जागरूक किया और जिला के आंकड़े उनके साथ साँझा कर उन्हें इस बीमारी की रोकथाम में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिला परिषद सदस्यों के सहयोग से लोगों को इस बीमारी के बारे में और जागरूक किया जायेगा ताकि जमीनी स्तर पर ग्रसित लोगों की पहचान कर उनका समय रहते उपचार शुरू किया जा सके।
बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।


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