शर्मनाक : तीसरी बेटी ने लिया जन्म तो जंगल में फेंक आई मां, और फिर..

हल्द्वानी। मानवता के साथ ही मां की ममता को शर्मशार करने वाली एक हृदयविदारक खबर राज्य के पिथौरागढ़ जिले से सामने आ रही है जहां बेटी के जन्म लेते ही उसकी मां ने उसे जंगल में छोड़ दिया। इतना ही नहीं निर्दयी मां इसके बाद दूसरे दिन भी जंगल में जाकर अपनी नवजात मासूम बच्ची को देखने पहुंची लेकिन तब तक नवजात बच्ची की सांसें थम चुकी थी।
इस निर्दयतापूर्ण एवं हृदयविदारक घटना की खबर मिलते ही जहां पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है और हर कोई आरोपी द्वारा मां की ममता को कलंकित करने की बात कह रहा है वहीं नवजात बच्ची के प्रति संवेदनाएं भी स्थानीय ग्रामीणों के चेहरे पर साफ देखी जा सकती है। बताया जा रहा है कि तीसरी बेटी होने पर महिला ने इस प्रकार की निर्दयता दिखाई। उधर दूसरी ओर घटना की खबर मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस विभाग की टीम ने आरोपी मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस विभाग की टीम मुकदमा दर्ज करने के साथ ही आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट में किराये के मकान में रहने वाली प्रेमा ने बीते छह मई को गांव के जंगल में बच्ची को जन्म दिया था लेकिन बेटे की चाहत में उसने बच्ची को कपड़े में लपेटकर वहीं पर रख दिया था। जिसके बाद वह अपने तीन बच्चों (दो बेटी और एक बेटा) के साथ बीते दस मई को एकाएक लापता हो गई।
बताया गया है कि इसके बाद बाल कल्याण समिति को दौलीगाड़ गांव के पास के जंगलों में नवजात का शव पड़े होने की सूचना मिली थी। जिस पर समिति के सदस्य जंगल में पहुंचे पर उन्हें कहीं भी नवजात का शव नहीं मिला। जिस पर उन्होंने सूचना तुरंत पुलिस विभाग की टीम को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस विभाग की टीम ने मामले की तहकीकात जैसे ही शुरू की, तो प्रेमा के एकाएक लापता होने से उन्हें उस पर संदेह हुआ।
पुलिस द्वारा काफी खोजबीन करने के बाद लापता प्रेमा का जैसे ही पता चला तो उसने नवजात बच्ची को जंगल में रखने की बात कबूलते हुए बताया कि वह अगले दिन 7 मई को फिर से जंगल में गई लेकिन तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी इसलिए उसने कपड़े में लिपटी बच्ची को गड्ढे में रख दिया। मामले का खुलासा होते ही पुलिस ने प्रेमा के खिलाफ धारा 315, 317, 201 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।