UK News : पटवारी की परीक्षा का पेपर लीक, पांच गिरफ्तार

देहरादून। उत्तराखंड में अधिनस्थ चयन सेवा आयोग की परीक्षा घोटाले का खुलासा होने और कई लोगों की गिरफ्तारी के बाद उम्मीद की जा रही थी कि अब परीक्षाओं में पेपर लीक जैसी कोई घटना नहीं होगी। सारे अनुमान नकल माफियाओं के आगे बौने साबित हुए और फिर से एक और परीक्षा का पेपर लीक होने का खुलासा हुआ है। इस मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने महिला सहित पांच को गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ को सूचना मिली कि लोक सेवा आयोग की ओर से विगत आठ जनवरी 2.23 को आयोजित लेखपाल और पटवारी परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से पूर्व लीक कर अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया गया था। उक्त सूचना की पुष्टि के लिए एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल की ओर से विस्तृत जांच की गई। जांच में आरोपो की पुष्टि होने पर आज हरिद्वार के थाना कनखल में मुकदमा दर्ज करने के साथ ही चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पहले इन्हें किया गया गिरफ्तार
1.संजीव चतुर्वेदी, अनुभाग अधिकारी, अतिगोपन अनुभाग-3, राज्य लोक सेवा आयोग उत्तराखंड जनपद हरिद्वार।
2.राजपाल पुत्र स्व. फूल सिंह निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेडी, जनपद सहारनपुर उ.प्र. हाल निवासी ग्राम सुकरासा अम्बूवाला थाना पथरी जनपद हरिद्वार।
3.संजीव कुमार पुत्र स्व. श्री मांगेराम निवासी ग्राम कुलचन्दपुर उर्फ नथौडी थाना गागलहेडी सहारनपुर उ.प्र. हाल निवासी फ्लैट नं. जी-4.7 जर्स कन्ट्री ज्वालापुर थाना ज्वालापुर जनपद हरिद्वार।
4.रामकुंमार पुत्र सुग्गन सिंह निवासी ग्राम सेठपुर, लक्सर, जनपद हरिद्वार।
अपराध को ऐसे दिया अंजाम
लोक सेवा आयोग, उत्तराखंड की ओर से .8..1.2.23 को आयोजित लेखपाल की परीक्षा के प्रश्न पत्र तैयार करने में आयोग के अति गोपन कार्यालय के अनुभाग-3 द्वारा कार्य किया गया था। उक्त अनुभाग में नियुक्त अनुभाग अधिकारी संजीव चर्तुवेदी ने अपने कार्यालय से स्वयं की अभिरक्षा से प्रश्न पत्र लीक किया। उन्होंने अपनी पत्नी रितु के साथ मिलकर लीक प्रश्न पत्र राजपाल व संजीव को उपलब्ध कराया। इसके एवज में संजीव चर्तुवेदी व रितु को नगद धनराशि देकर उक्त प्रश्न पत्र संजीव तथा राजपाल ने रामकुमार व अन्य के माध्यम से अभ्यर्थियों में बांट कर उनको उत्तर प्रदेश बिहारीगढ के पास स्थित माया अरूण रिजार्ट एवं ग्राम सेठपुर लक्सर हरिद्वार व अन्य स्थानों में पढ़ाया।
विवेचना में वर्तमान तक लगभग 35 अभ्यार्थियों को परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र प्राप्त होना संज्ञान में आया है। अहबी इस मामले में जांच जारी है। अन्य अभियुक्तो एवं उनके द्वारा अवैध रूप से अर्जीत धनराशि के सम्बन्ध में कार्यवाही की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने आम जनता से अपील की है कि यदि उक्त परीक्षा की अनियमितता सम्बन्ध में कोई भी जानकारी है, तो स्वयं या मोबाईल के द्वारा सूचना दे सकता है जिनकी पहचान गोपनीय रखी जायेगी।
बरामदगी का विवरण
आउट प्रश्न पत्र की प्रतियां एवं प्रश्न पत्र लीक कर अवैध रूप से कमाये गये 22,50,000 रूपये अभियुक्त संजीव चतुर्वेदी की अअभिरक्षा से।
अधिकारी की पत्नी भी गिरफ्तार
इन चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद लोक सेवा आयोग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी की पत्नी रितु को उनके आवास लोक सेवा आयोग, आवासीय परिसर से गिरफ्तार किया गया। साथ ही पूर्व में गिरफ्तार अन्य अभियुक्तों की निशानदेही पर लाखो की नकदी, बैंक के ब्लैंक चैक व अभ्यार्थियों के शैक्षिक दस्तावेज बरामद किये गये।
बरामदगी विवरण
1.राजपाल:- 10 लाख नकद, अभ्यार्थियों के दस्तावेज व परीक्षा के प्रश्नो की प्रति
2.संजीव:- 08 लाख, अभ्यार्थियों के दस्तावेज, चैक व परीक्षा के प्रश्नो की प्रति
3.रामकुमारः- 01 लाख रूपये, परीक्षा के प्रश्नो की प्रति (अभियोग में कुल गिरफ्तारी:- 05, कुल बरामदगी 41,50,000 रूपये)
एसटीएफ की टीम का विवरण
1.अपर पुलिस अधीक्षक, श्री चन्द्रमोहन सिहं
2.पुलिस उपाधीक्षक, श्री नरेन्द्र पन्त
3.नि. प्रदीप राणा
4.नि. यशपाल बिष्ट
5.उ.नि. उमेश कुमार
6.उ.नि. नरोत्तम बिष्ट
7.उ.नि. धमेन्द्र रौतेला
8.उ.नि. याजवेन्द्र बाजवा
9.उ.नि. दिलबर नेगी।
1.का. कादर खान
समस्त एस.टी.एफ. टीम
ये है यूकेएसएसएससी परीक्षा घोटाला
गौरतलब है कि बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। उन्होंने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में सबसे पहले उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने छह युवकों को गिरफ्तार किया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। इस मामले में अब तक कुल 43 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसमें बीजेपी नेता भी शामिल है, जिसे पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। परीक्षा भर्ती मामले में अब तक कुल 94.79 लाख कैश बरामद किया है। इसी मामले में दो दर्जन से ज्यादा बैंक अकाउंट फ्रीज लिए जा चुके हैं। जिसमे करीब तीस लाख की राशि जमा है।