बिलासपुर। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारतीय परम्पराओं, ज्ञान, व संस्कृत मूल्यों पर आधारित है। यह नीति वर्तमान व भावी पीढ़ी को एक सुसंस्कृत मानव बनाने में पूरी तरह सक्षम है जिससे एक समृद्ध समाज की परिकल्पना साकार होगी। यह बात शिक्षा, कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने पंचवटी होटल बिलासपुर में समग्र शिक्षा राज्य परियोजना द्वारा डाईट जुखाला के तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति संवाद एवं हितधारक विचार-विमर्श पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कही। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देशभर के शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों के सुझावों का समावेश है जो समाज को एक नई दिशा प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश नई शिक्षा नीति को कार्यान्वित करने वाला देश का पहला राज्य बनने का प्रयास कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा में निवेश सर्वाधिक लाभकारी है तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य अच्छे इंसान का निर्माण करना हैै। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए नई शिक्षा नीति से स्कूलों में खुशी का वातावरण तैयार होगा। यह बच्चों को मानसिक तनाव से बाहर निकालने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि हर जिले में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। यह शिक्षा नीति 21वीं सदी के युवाओ का कौशल उन्ययन सुनिश्चित करेगी जिससे वह रोजगारोन्मुख बन सके। उन्होंने कहा प्रदेश में नीति को जमीन पर उतारने के लिए काम तेजी के साथ किया जा रहा है। गत वर्ष 8 सितम्बर को राज्य टास्क फोर्स का गठन किया जा चुका है। प्रदेश में अध्यापकों, शिक्षार्थियों व अन्य समस्त हितधारकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मूल सिद्धांतों के बारे में जितना जल्द जानकारी होगी, उतनी ही तेजी से नीति धरातल पर उतरेगी। नीति बच्चों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने आप को प्रस्तुत करने के लिए सक्षम बनाएगी।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति गुणवत्तायुक्त होगी जो ज्ञान आधारित समाज का निर्माण करेगी। यह नीति 21वीं सदी की आकांक्षाओं और लक्ष्यों को पूरा करेगी तथा भारत को विश्व गुरू बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगी तथा पश्चिमी सोच वाली शिक्षा लुप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा शिक्षा नीति बहुत बड़ा बदलाव है जो अखण्ड भारत का निर्माण करेगी। शिक्षक से उम्मीद की गई है कि वह समूचे समाज का शिक्षक बने।
ये रहे उपस्थित
इस कार्यशाला में 10 समूहों द्वारा नई शिक्षा नीति पर चर्चा कर कार्यशाला को सार्थक बनाते हुए अपने-अपने सुझाव रखे। इस कार्यशाला 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया।इस कार्यक्रम में विधायक सदर सुभाष ठाकुर, विधायक झण्डूता जे.आर. कटवाल, अध्यक्ष शिक्षा बोर्ड डाॅ. सुरेश कुमार सोनी, जिला परिषद अध्यक्ष मुस्कान, उपाध्यक्ष प्रेम सिंह, उप निदेशक उच्च शिक्षा राजकुमार, जिला परियोजना अधिकारी राकेश पाठक, प्रमुख स्रोत व्यक्ति देश राज शर्मा, एसडीएम सदर सुभाष गौतम सहित कार्याशाला में स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, प्रधानाचार्य, मुख्य अध्यापकों ने भी भाग लिया।
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