महिलाएं खुद को बनाएं आत्मनिर्भर : तोरूल रवीश
बिलासपुर । राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग बिलासपुर द्वारा जिला परिषद भवन के सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त बिलासपुर तोरूल रवीश ने की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बालिका दिवस मनाने का उदेश्य है कि बालिकाओ को उनके अधिकारो के प्रति जागरूक करने के साथ ही लड़कियों के प्रति अभिभावकों की सोच में परिवर्तन लाना है।
उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में पुरूषों की सहभागिता भी सुनिश्चित करें क्योंकि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के साथ-साथ बेटों को भी समझाने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि अब तक यह स्थापित हो चुका है कि लड़कियां लडको से पीछे नहीं है। उन्होने लडकियों से आहवान किया कि वे अपने निर्णय स्वंय लें और अपनी जिम्मेवारियों को भी स्वंय निभांए। उन्होने भू्रण हत्या पर बोलते हुए कहा कि आज हमे यह शपथ लेनी है कि हम में से कोई भी अपने परिवार व परिवेश में ऐसी कुरीती का साथ नहीं देगें। लड़कियों को शादी करने जैसे निर्णय भी स्वंय लेने चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना चाहिए और अपने करियर के चुनाव के बारे में भी अपने माता-पिता से बात करनी चाहिए। लड़कियों के प्रति समाज की सोच बदलने के लिए पहले खुद की सोच बदलना बहुत आवश्यक है।
कार्यक्रम के दौरान जिला परिषद अध्यक्षा कुमारी मुस्कान ने कहा कि आज का दिन महिलाओं के लिए एक विशेष दिन है। उन्होंने देश में लड़कियों की शादी की उम्र को 18 से 21 वर्ष करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि लड़कियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। इस अवसर पर जिला बिलासपुर के उपमण्ड़ल बिलासपुर की दियोली, श्री नैना देवी से री, घुमारवीं से त्यूण खास और झण्डूता से झण्डूता पंचायत को गत वर्ष में वेहतर लिंग अनुपात हेतू समानित किया गया। इस अवसर पर स्कूल और कालेज की बच्चियों द्वारा सास्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये जिनकी मुख्यातिथि द्वारा भूरी-भूरी प्रंशसां की और पुरूस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर जिला परिषद अध्यक्षा कुमारी मुस्कान, जिला कार्यक्रम अधिकारी अश्वनी शर्मा, जिला पंचायत अधिकारी शशी बाला, शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि, आगंनवाड़़ी कार्यकर्ताओं सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।