पनौल में महिलाओं ने सीखा दुग्ध उत्पादन व केंचुआ खाद बनाना
बिलासपुर । यूको ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान बिलासपुर द्वारा घुमारवीं विकास खंड के अंतर्गत पनौल पंचायत में दुधारू पशु पालन व केंचुआ खाद बनाने के लिए 10 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण दुधारू पशु पालन व केंचुआ खाद उत्पादन के विशेषज्ञ देवी राम द्वारा दिया गया और इसका मूल्यांकन व समीक्षा रवींद्र शर्मा ने की।
शिविर में अमरपुर व पनौल पंचायत की 35 महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसमें कि स्वंय सहायता समूह व बीपीएल परिवार की 31 महिलाएं तथा एपीएल परिवार की 4 महिलाएं शामिल थी। प्रशिक्षण की समाप्ति पर अमरपुर ग्राम पंचायत प्रधान दीना नाथ ने प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र दिए। इस अवसर पर उन्होंने सभी महिलाओं को मेहनत व लगन से काम करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिला में बहुत से लोग दुधारू पशु पालन व केंचुआ खाद उत्पादन से जुड़े हैं और अपनी आजीविका अर्जित कर रहे हैं। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की हिमाचल प्रदेश इकाई के प्रदेश निदेशक एमएल शर्मा ने प्रशिक्षण शिविर का निरीक्षण किया और सभी प्रशिक्षुओं से प्रशिक्षण के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि यूको ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चलाया जा रहा है जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र के 18 से 45 वर्ष के युवाओं के लिए विभिन्न गतिविधिओं में निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है जिनमे ड्रेस डिजाईनिंग, ब्यूटी पार्लर, रेशम कीट पालन, मशरूम उत्पादन, दुग्ध उत्पादन, बैग बनाना, खिलौना बनाना, कंप्यूटर बेसिक व मोटर ड्राविंग आदि में प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि लोग अपना खुद का कारोबार स्थापित कर एक सफल उद्यमी बन सकें। यूको आरसेटी बिलासपुर के निदेशक मंगत राम भारद्वाज ने उपस्थित लोगो को बैंक द्वारा चलाई जा रही योजनाओ की जानकारी दी। उन्होने बताया कि संस्थान द्वारा शीघ्र ही घुमारवीं विकास खंड में एसएचजी की महिलाओं को मोटर ड्राईविंग का 30 दिवसीय और धार टटोह में रेशम कीट पालन का 10 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस अवसर पर संकाए सदस्य सविता चैहान, अजय चंदेल तथा लोक मित्र केंद्र पनौल की नीलम चंदेल भी उपस्थित रहे।