बिलासपुर, चंबा, हमीरपुरहिमाचल
वीरेन्द्र कंवर ने 8 करोड़ 63 लाख से बनने वाले व्यासधेनु दुग्ध संयंत्र भड़ोली कलां का किया शिलान्यास
बिलासपुर । राष्ट्रीय डेयरी विकास योजना के अंतर्गत पोषित जिला ग्रामीण विकास अभिकरण बिलासपुर के तत्वावधान में कामधेनु कृषक एवं उपभोक्ता हितकारी मंच द्वारा संचालित 8 करोड़ 63 लाख रुपये से बनने वाले व्यासधेनु दुग्ध संयंत्र भड़ोली कलां का शिलान्यास करने के उपरांत जनसभा को सम्बोधित करते हुए ग्रामीण विकास, पंचायती राज, पशुपालन, कृषि एवं मत्स्य मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि इस संयंत्र के बनने से इस क्षेत्र में लोगों को घर-द्वार पर खासकर महिलाओं को अपनी आर्थिकी मजबूत करने का सुअवसर प्राप्त होने से यहां की तकदीर एवं तस्वीर बदलेगी। उन्होंने हिमाचल गौरव से सम्मानित कामधेनु कृषक एवं उपभोक्ता हितकारी मंच की सराहना करते हुए कहा कि इस संस्था द्वारा दूरदराज के कोटधार क्षेत्र में इस संयंत्र को स्थापित करने के प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि कामधेनु संस्था इस क्षेत्र से दुग्ध उत्पादकों के घर-द्वार से प्रतिदिन सुबह-शाम दूध एकत्रित कर लोगों को अपने जीवन यापन के लिए रोजगार उपलब्ध करवाएगी।
उन्होंने कहा कि इस संस्था द्वारा 5400 परिवारों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस संस्था द्वारा 40 हजार लीटर दूध प्रतिदिन एकत्रित किया जा रहा है जबकि मिल्ड फेड द्वारा 1 लाख 20 हजार लीटर पीक सीसन में दूध एकत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोटधार क्षेत्र में बकरी पालन होता है, इसकी अपनी एक विशेषता है और बकरी के दूध की मार्केट में बहुत महत्व है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने ग्रामीण आंगनबाड़ी बकरी पालन योजना शुरू की है जिसमें पशुपालकों को उत्तम नस्ल की 10 बकरियां और एक बकरा दिया जा रहा है। बकरी के दुध से पनीर आदि उत्पाद बनाए जा रहे है जिससे की किसानों की आय दौगुनी करने में बल मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी गाय गौ संरक्षण योजना के अंतर्गत गौ संरक्षण के लिए 4.50 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है जिसे सिरमौर के कोटला बडोग से शुरू किया गया है। उन्होंने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि अब पशुपालकों को बछड़ो से निजात दिलाने के लिए भारतीय गौवंश टीका तैयार किया गया है जिससे सिर्फ बछड़ी ही पैदा होगी।उन्होंने कहा कि बल्हसीणा के गौ सदन के लिए 50 लाख रुपये की राशि मुहैया करवाई गई है ताकि सड़कों पर बेसहारा बैलों को गौ सदन में आश्रय दिया जा सके। इसके अतिरिक्त कामधेनु कृषक एवं उपभोक्ता मंच नम्होल द्वारा गौ सेवा आयोग को आवेदन दिया है ताकि नम्होल के पास गौ सैचुरी चलाई जा सके और उसके लिए प्राकलन तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पिछले 4 सालों में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की नई सोच के साथ कार्य करते हुए हिमाचल में विकास के नित नए आयाम स्थापित करते हुए प्रदेश को शिखर पर पहंुचाया है। उन्होंने झण्डूता विधानसभा क्षेत्र में विधायक जीत राम कटवाल द्वारा किए गए विकासात्मक कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में भी चार सालों में बिना भेदभाव के चहुमुखी विकास हुआ है।
इस मौके पर स्थानीय विधायक जीत राम कटवाल ने कहा कि दुग्ध संयंत्र के 8-9 महीने में तैयार होने पर इस क्षेत्र के विकास को नए पंख लग जाएंगे। इस संयंत्र के बनने से मिठाई, घी, पनीर व दूध के उत्पाद अन्य जिला को निर्यात किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि कोटधार क्षेत्र दुग्ध उत्पादन और कुश्तियों के लिए जाना जाता है और यहां के ज्यादातर लोग किसान व्यवसाय से जुड़े हुए है जिनके लिए यह दुग्ध संयंत्र आजीविका पार्जन का साधन बनेगा। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 54 करोड़ रुपये की लागत से नंदनगराओं पुल के निर्माण का कार्य प्रगति पर है जिससे कोटधार क्षेत्र के लोगों को झण्डूता आने के लिए 11 किलोमीटर कम सफर तय करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि 45 करोड़ रुपये की लागत से बबखाल पुल का निर्माण कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है जिसका लाभ स्वारघाट, कीरतपुर और चण्डीगड़ जाने के लिए विधानसभा क्षेत्र झण्डूता के साथ-साथ हमीरपुर के लोगों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि पाॅलीटेक्निकल कलोल का होस्टल का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
कामधेनु कृषक एवं उपभोक्ता हितकारी मंच सचिव जीत राम कौंडल ने बताया कि 20 वर्षों के सफर में कामधेनु संस्था के साथ जिला बिलासपुर एवं सोलन की 65 पंचायतों के 350 गांवों के 5400 परिवारों से प्रतिदान 40 हजार लीटर दूध का एकत्रिकरण तथा हिमाचल के पांच मुख्यालयों बिलासपुर, हमीरपुर, मण्डी, सोलन तथा शिमला व सीमावर्ती कस्बों के साथ ही चण्डीगढ़ में दूध एवं दुग्ध उत्पादन का वितरण किया जा रहा है। इस अवसर पर कामधेनु कृषक एवं उपभोक्ता हितकारी मंच के अध्यक्ष नानक चंद, उपाध्यक्ष लछु राम ठाकुर, सचिव जीत राम कौंडल, एसडीएम झण्डूता नरेश वर्मा, पीओडीआरडीए राजेन्द्र गौतम, उप निदेशक कृषि डाॅ.प्राची, उप निदेशक पशुपालन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि इस संस्था द्वारा 5400 परिवारों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस संस्था द्वारा 40 हजार लीटर दूध प्रतिदिन एकत्रित किया जा रहा है जबकि मिल्ड फेड द्वारा 1 लाख 20 हजार लीटर पीक सीसन में दूध एकत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोटधार क्षेत्र में बकरी पालन होता है, इसकी अपनी एक विशेषता है और बकरी के दूध की मार्केट में बहुत महत्व है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने ग्रामीण आंगनबाड़ी बकरी पालन योजना शुरू की है जिसमें पशुपालकों को उत्तम नस्ल की 10 बकरियां और एक बकरा दिया जा रहा है। बकरी के दुध से पनीर आदि उत्पाद बनाए जा रहे है जिससे की किसानों की आय दौगुनी करने में बल मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी गाय गौ संरक्षण योजना के अंतर्गत गौ संरक्षण के लिए 4.50 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है जिसे सिरमौर के कोटला बडोग से शुरू किया गया है। उन्होंने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि अब पशुपालकों को बछड़ो से निजात दिलाने के लिए भारतीय गौवंश टीका तैयार किया गया है जिससे सिर्फ बछड़ी ही पैदा होगी।उन्होंने कहा कि बल्हसीणा के गौ सदन के लिए 50 लाख रुपये की राशि मुहैया करवाई गई है ताकि सड़कों पर बेसहारा बैलों को गौ सदन में आश्रय दिया जा सके। इसके अतिरिक्त कामधेनु कृषक एवं उपभोक्ता मंच नम्होल द्वारा गौ सेवा आयोग को आवेदन दिया है ताकि नम्होल के पास गौ सैचुरी चलाई जा सके और उसके लिए प्राकलन तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पिछले 4 सालों में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की नई सोच के साथ कार्य करते हुए हिमाचल में विकास के नित नए आयाम स्थापित करते हुए प्रदेश को शिखर पर पहंुचाया है। उन्होंने झण्डूता विधानसभा क्षेत्र में विधायक जीत राम कटवाल द्वारा किए गए विकासात्मक कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में भी चार सालों में बिना भेदभाव के चहुमुखी विकास हुआ है।
इस मौके पर स्थानीय विधायक जीत राम कटवाल ने कहा कि दुग्ध संयंत्र के 8-9 महीने में तैयार होने पर इस क्षेत्र के विकास को नए पंख लग जाएंगे। इस संयंत्र के बनने से मिठाई, घी, पनीर व दूध के उत्पाद अन्य जिला को निर्यात किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि कोटधार क्षेत्र दुग्ध उत्पादन और कुश्तियों के लिए जाना जाता है और यहां के ज्यादातर लोग किसान व्यवसाय से जुड़े हुए है जिनके लिए यह दुग्ध संयंत्र आजीविका पार्जन का साधन बनेगा। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 54 करोड़ रुपये की लागत से नंदनगराओं पुल के निर्माण का कार्य प्रगति पर है जिससे कोटधार क्षेत्र के लोगों को झण्डूता आने के लिए 11 किलोमीटर कम सफर तय करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि 45 करोड़ रुपये की लागत से बबखाल पुल का निर्माण कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है जिसका लाभ स्वारघाट, कीरतपुर और चण्डीगड़ जाने के लिए विधानसभा क्षेत्र झण्डूता के साथ-साथ हमीरपुर के लोगों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि पाॅलीटेक्निकल कलोल का होस्टल का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
कामधेनु कृषक एवं उपभोक्ता हितकारी मंच सचिव जीत राम कौंडल ने बताया कि 20 वर्षों के सफर में कामधेनु संस्था के साथ जिला बिलासपुर एवं सोलन की 65 पंचायतों के 350 गांवों के 5400 परिवारों से प्रतिदान 40 हजार लीटर दूध का एकत्रिकरण तथा हिमाचल के पांच मुख्यालयों बिलासपुर, हमीरपुर, मण्डी, सोलन तथा शिमला व सीमावर्ती कस्बों के साथ ही चण्डीगढ़ में दूध एवं दुग्ध उत्पादन का वितरण किया जा रहा है। इस अवसर पर कामधेनु कृषक एवं उपभोक्ता हितकारी मंच के अध्यक्ष नानक चंद, उपाध्यक्ष लछु राम ठाकुर, सचिव जीत राम कौंडल, एसडीएम झण्डूता नरेश वर्मा, पीओडीआरडीए राजेन्द्र गौतम, उप निदेशक कृषि डाॅ.प्राची, उप निदेशक पशुपालन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं अधिकारी उपस्थित रहे।