Rape : नाबालिग को पहले प्रेमजाल में फंसाया फिर किया दुष्कर्म
रुद्रपुर। नाबालिग लड़की को एक युवक ने अपने प्रेमजाल में फंसाया और फिर बहला फुसलाकर घर से लाखों के जेवरात मंगवा कर फरार हो गया। दोस्त की मदद से जेवरात को ठिकाने लगाकर नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे जेवरात बरामद कर लिए हैं।
गुरुवार को मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल और सीओ सदर अनुषा बडोला ने बताया कि जनपथ रोड पहाड़ी सुनार थाना ट्रांजिट कैंप निवासी एक व्यक्ति ने थाना पुलिस को शिकायती पत्र देकर बताया था कि उसकी 16 वर्षीय नाबालिग बेटी एक गिफ्ट शॉप की दुकान पर काम करती है।
18 जुलाई की सुबह आठ बजे बेटी दुकान पर जाने की बात कहकर घर से निकली थी और देर शाम तक घर वापस नहीं लौटी। काफी खोजबीन के बाद जब घर का सामान देखा तो 21.414 ग्राम तोला सोने के जेवरात और 3.211 ग्राम तोला चांदी के जेवरात भी गायब मिले।
इसके अलावा दो एटीएम कार्ड सहित कुछ नकदी भी गायब थी।
पुलिस ने तहरीर आने के बाद जब तफ्तीश की तो पता चला कि अर्पित सागर निवासी शिव गार्डन बनखंडी नाथ कॉलोनी जनपथ रोड फुलसुंगा ने नाबालिग को बहला फुसलाकर उसके माध्यम से जेवरात मंगवाए। इसमें उसके दोस्त सन्नी सक्सेना निवासी ट्रांजिट कैंप की अहम भूमिका रही।
जिसके बाद थाना ट्रांजिट कैंप थाना प्रभारी सुंदरम शर्मा और आवास विकास चौकी प्रभारी नीमा बोहरा के नेतृत्व में बनी टीम ने दिल्ली जाकर आरोपी अर्पित सागर को गिरफ्तार कर नाबालिग को बरामद कर लिया। दूसरे आरोपी सन्नी सक्सेना को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि आरोपी ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया और एक कमरे में बंधक बनाकर रखा। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कई संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया है।
पांच मिनट की मुलाकात में ही बना डाली साजिश
नाबालिग को प्रेमजाल में फंसाकर दुष्कर्म करने और लाखों रुपये के कीमत के जेवरात हड़पने की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी बिजली का काम सीखता था और उसकी नाबालिग से मुलाकात एक धार्मिक अनुष्ठान के दौरान हुई थी। पांच मिनट की मुलाकात में ही आरोपी ने पहले उसे प्रेमजाल में फंसाया और जब नाबालिग ने परिवार की आर्थिक स्थिति की जानकारी दी तो उसने महज छह से आठ माह की मुलाकात में घर से भागने का प्रस्ताव दिया। साथ ही कहा कि वह जितने ज्यादा गहने व नकदी लाएगी वह दिल्ली जाकर खुशी से रह सकते हैं। इसका खुलासा खुद नाबालिग ने अपने बयानों में किया।
पिता एवं बहन के एटीएम से कराया भुगतान
नाबालिग को बहला फुसलाकर फरार होने के दौरान मुख्य आरोपी ने सबसे पहले उसके पिता एवं बहन के एटीएम कार्ड से 70 हजार रुपये निकाल कर अपने खाते में ट्रांसफार्मर करवाए और फिर बहन के एटीएम से 20 हजार रुपये नकदी निकलवाई। इसके बाद आरोपी ने अपने दोस्त सन्नी के सहयोग से पुन: एटीएम कार्ड का प्रयोग करवाकर 24500 रुपये का भुगतान करवाया। इसके बाद 40 हजार रुपये का एक महंगा फोन खरीदा।