शिमला, मंडी, लाहौल-स्पीतिहिमाचल
जहां से शुरू हुआ सुखविंदर सिंह सुक्खू का राजनीतिक सफर, वहीं बने मुख्यतिथि
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 17 वर्ष की आयु में छात्र राजनीति में कदम रखते हुए पहली बार राजकीय महाविद्यालय संजौली में कक्षा प्रतिनिधि (सीआर) का चुनाव लड़ा और जीता। इसके उपरांत वह पुनः कक्षा प्रतिनिधि चुने गए। वह संजौली और कोटशेरा कॉलेज के छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर भी निर्वाचित हुए। उस समय दोनों कॉलेज का एक ही अध्यक्ष हुआ करता था।
छात्र राजनीति में पदार्पण के बाद ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक के बाद एक राजनीति की सीढ़ियां चढ़ते गए। नगर निगम शिमला के दो बार पार्षद रहने के बाद उन्होंने नादौन विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और विधायक बने। राजकीय महाविद्यालय संजौली के सभी छात्रों के लिए यह गर्व का विषय है कि उनके ही बीच से निकलकर एक विद्यार्थी आज राज्य के मुख्यमंत्री पद पर सुशोभित है।