शिमला, मंडी, लाहौल-स्पीतिहिमाचल
राजकीय वल्लभ महाविद्यालय मंडी में मॉक ड्रिल का आयोजन
मंडी। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा देश के सभी राज्यों में जिला स्तर पर आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा के लिए की जा रही मॉक ड्रिल के तहत जिला आपदा प्रबंधन मंडी द्वारा आज राजकीय वल्लभ महाविद्यालय, मंडी में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल जैसी केन्द्रीय एजेंसियों के अलावा जिला के आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया । एसडीएम सदर रितिका जिंदल ने इस पूरे प्रकरण में आपदा नियंत्रण केंद्र से पूर्वाभ्यास का संचालन किया । इस अवसर पर एसडीएम रितिका जिंदल ने बताया कि आपदा प्रबंधन से जुड़ी टीमों ने विभिन्न प्रकार की आपदाओं से प्रतीकात्मक नुकसान मानकर मॉक अभ्यास किया।

उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल में प्राकृतिक आपदाओं से बचने के तरीके बताए गए तथा भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में राहत व बचाव योजना के प्रभावी क्रियान्वयन और विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय के उद्देश्य से मेगा मॉक ड्रिल आयोजित की गयी ।उन्होंने बताया कि प्रातः 11 बजे सायरन बजते ही कृत्रिम भूकम्प आने की सूचना प्राप्त होते ही आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सभी टीमें सक्रिय हो गयी । मॉक ड्रिल के लिए राजकीय वल्लभ महाविद्यालय, मंडी के तीन भवनों को चिन्हित किया गया था, जिसमें आपदा की स्थिति में सर्वप्रथम हिमाचल गृह रक्षा, अग्निशमन, रैडक्रास की टीमों ने राहत व बचाव कार्य किया। उसके बाद एनडीआरएफ की मदद मांगी गयी, जिसके लिए एनडीआरएफ की टीम तुरन्त मौके पर पहंुची और शेष राहत व बचाव कार्य को पूरा किया । एनडीआरएफ की टुकड़ी का नेतृत्व 7 एनडीआरएफ के सहायक कमांडैंट श्रवण सिंह ने किया । मॉक ड्रिल के दौरान राजकीय वल्लभ महाविद्यालय, मंडी के एनसीसी तथा एनएसएस के कैडिट ने भी सहयोग किया । रैडक्रास के सर्व, हिमाचल होमगार्ड तथा पुलिस के जवानों सहित सभी संबंधित विभागों ने भी राहत व बचाव कार्यो में सहयोग किया । यह मॉक ड्रिल जिला के सभी उपमंडलों में भी आयोजित की गयी ।
इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी राजीव सांख्यान, जिला पंचायत अधिकारी हरी सिंह ठाकुर, प्रो0 चमन प्रेमी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भी मॉक ड्रिल संचालन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की ।