कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लूहिमाचल
सूरत नेगी ने मेले की समापन की अध्यक्षता की, जानिये क्या बोले
रिकांगपिओ । हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने किन्नौर जिला के रांरग में आयोजित 5 दिवसीय राज्य स्तरीय गुरू संज्ञास मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मेले व त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के धरोहर हैं। हम सभी का दायित्व बनता है कि इनके संरक्षण के लिए आगे आएं ताकि आने वाली पीढ़ियां हमारी समृद्ध संस्कृति से रू-ब-रू हो सके।
उन्होंने कहा कि मेले व त्यौहार आपसी सद्भाव व भाईचारा बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं तथा आज के व्यस्तम जीवन में भी आपसी मेल-मिलाप को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की समृद्ध संस्कृति विशेषकर जनजातीय क्षेत्रों की संस्कृति के संरक्षण के लिए वचनबद्ध है।
इसी उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा तहसील, जिला व राज्य स्तरीय मेलों को मनाने के लिए वित्तीय सहायता भी उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गत वर्ष ही तहसील, जिला तथा राज्य स्तर पर मेले के आयोजन के लिए दी जाने वाली धनराशि को बढ़ाया गया है जिसके तहत अब राज्य स्तरीय मेले के आयोजन की राशि को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये किया गया है। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार द्वारा आयुष्मान भारत व हिमकेयर योजना के तहत 5 लाख रुपए की राशि निःशुल्क ईलाज के लिए उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गत 4 वर्षों में जिले में ग्रामीण विकास व अन्य गतिविधियों के लिए 9 करोड़ 6 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है जबकि सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण के लिए 16 करोड़ 10 लाख रुपये प्रस्तावित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत गत 4 वर्षों के दौरान 38 करोड़ 88 लाख 45 हजार रुपये स्वीकृत किए गए। जिले में गत साढ़े 4 वर्षों के दौरान विशेष केंद्रीय सहायता के रूप में 10 करोड़ 81 लाख 37 हजार रुपये की राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि जिले में ग्रामीण विकास विभाग के लिए 29 करोड़ 33 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया गया जिसके तहत पंचायती राज संस्थाओं के लिए 14 करोड़ 76 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया गया।
5 दिवसीय गुरू संज्ञास मेले के दौरान मेला समिति व भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। विभिन प्रतियोगिताओं में विजेता रहे दलों को मुख्य अतिथि द्वारा नगद पुरस्कार व ट्रॉफी भेंट कर सम्मानित किया गया।
मेले के दौरान रस्सा-कस्सी, फैंसी ड्रैस व रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। छम व लाॅयन नृत्य मेले का मुख्य आकर्षण रहे। फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में रांरग की प्रेरणा नेगी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, रांरग की अदविका नेगी ने द्वितीय स्थान जबकि जंगी पंचायत के हर्षित ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
एकल गान प्रतियोगिता के कनिष्ठ वर्ग में रांरग की अदविका नेगी ने प्रथम स्थान, रिब्बा ग्राम पंचायत की दिव्यांशी ने द्वितीय स्थान जबकि जंगी पंचायत के वेदांत बिष्ट ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। एकल गान प्रतियोगिता के वरिष्ठ वर्ग में रांरग पंचायत की आरुषि ने प्रथम स्थान हासिल किया, संजना ने द्वितीय तथा अमनदीप ने तृतीय स्थान हासिल किया।
इसी प्रकार लोकनृत्य प्रतियोगिता में विश्वकर्मा महिला मंडल मूरंग ने प्रथम स्थान, महिला मंडल होल्डांग रिब्बा ने द्वितीय स्थान व महिला मंडल रिस्पा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। रस्सा–कसी प्रतियोगिता में महिला मंडल रिब्बा प्रथम, महिला मंडल खदरा द्वितीय व महिला मंडल रांरग तृतीय स्थान पर रहे। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी पूह सुरेंद्र सिंह राठौर ने मुख्य अतिथि तथा अन्य का स्वागत किया। उन्होंने मेले के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी।
इस अवसर पर जिला भाजपा महामंत्री यशवंत नेगी, पूह भाजपा मंडल के महामंत्री महेंद्र बिष्ट, निचार भाजपा मंडल के महामंत्री योगराज, पूह भाजपा मंडल के अध्यक्ष सुभाष नेगी, कल्पा भाजपा मंडल के अध्यक्ष परमिंदर नेगी, पंचायत समिति पूह की अध्यक्षा इंदु किरण, प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्षा देवऋषि, जिला महिला मोर्चा की अध्यक्षा रवीना नेगी, महिला मोर्चा की जिला महासचिव दीपिका, टी.ए.सी मेंबर सुनीता नेगी, ग्राम पंचायत रारंग के प्रधान राजेंद्र नेगी, तहसीलदार मूरंग विनोद कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।