शिमला, मंडी, लाहौल-स्पीतिहिमाचल

विद्यार्थी परिषद शिमला में करवाएगी 5000 छात्रों की सदस्यता

शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सन 1949 से लेकर छात्र हित और समाज हित के लिए हमेशा कार्य करती आई है इसी संदर्भ में महाविद्यालय छात्र हो वह स्कूली विद्यार्थी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सभी छात्रों की समस्याओं व मांगों को सिरे से उठाया है वह छात्रों की मांगों को लेकर हमेशा संघर्षरत रही है इसी के संदर्भ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पूरे प्रदेश भर में दिसंबर माह में स्कूल की सदस्यता शुरू करने जा रही है जिसका उद्देश्य स्कूली छात्रों से संपर्क करना व उनके बीच समन्वय स्थापित करना जिससे कि स्कूली विद्यार्थियों के बीच की समस्याओं उनकी मांगों इत्यादि से विद्यार्थी परिषद अवगत करवाएगी प्रांत कार्यकारिणी सदस्य कमल ठाकुर ने कहा कि  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्कूली छात्रों व विद्यालयों से संबंधित बहुत सी समस्याओं को लेकर पहले भी सामने आता रहा है बात करें छात्रों की मांगों को लेकर तो विभिन्न विद्यालयों में: छात्रों को सुविधाजनक केंपस, केंपस में स्थाई व्यवस्थाएं, अध्यापकों की नियुक्तियां, विभिन्न विषयों को विद्यालयों में स्थापित करना, स्कूलों में प्रयोगशाला में सारी सुविधाएं उपलब्ध की जा सके ताकि छात्रों को प्रैक्टिकल देने में सुविधाएं हो इत्यादि ऐसी बहुत सी मांगे रही है जिनको लेकर के विद्यार्थी परिषद हमेशा से संघर्षरत रही है व अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखती आई है इसी संदर्भ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला जिला में विभिन्न इकाइयों द्वारा स्कूली सदस्यता अभियान शुरू किया जाएगा विभिन्न स्कूलों में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता जाकर विद्यार्थियों से व शिक्षकों से संपर्क करेंगे तथा उनके साथ जुड़ कर सदस्यता करवाएंगे तथा विभिन्न विद्यालयों में जाकर विद्यालय स्तर पर इकाइयों का निर्माण भी किया जाएगा ताकि छात्रों के बीच नेतृत्व की भावना व अपनी समस्याओं व मांगों को लेकर आगे आने जैसी विभिन्न गतिविधियों में छात्र भाग ले सकें, इसके लिए विद्यार्थी परिषद हर वर्ष पूरे देश भर में स्कूली स्तर पर स्कूली सदस्यता करवाती आ रही है और इसी तर्ज पर इस वर्ष भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पूरे शिमला जिला में विभिन्न स्कूलों में जाकर के स्कूली सदस्यता करवाएगी जिसका लक्ष्य पूरे शिमला शहर में 5000 रखा है जिसके लिए विद्यार्थी परिषद की विभिन्न इकाइयां जैसे संजौली , कोटशेरा, राजकीय कन्या महाविद्यालय इकाई, संस्कृत महाविद्यालय इकाई,  विश्वविद्यालय संध्याकालीन इकाई सुन्नी ,  धामी व कोटि इकाई के सभी कार्यकर्ता अपने आसपास के स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों व शिक्षकों से अपने स्तर पर संपर्क करेंगे तथा छात्रों की मांगों से छात्रों व शिक्षकों को भी अवगत करवाया जाएगा और छात्रों के बीच जानकारी रखेंगे कि किस तरह विद्यार्थी परिषद छात्रों की मांगों को लेकर वर्ष 1949 से लेकर कार्य करती आई है और स्कूली स्तर पर भी बहुत सी ऐसी मांगों को विद्यार्थी परिषद ने पूरा भी किया है। कमल ठाकुर ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कोरोना काल में स्कूली छात्रों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था उन समस्याओं को लेकर भी विद्यार्थी परिषद सरकार के समक्ष आई थी,  जिसमे की विभिन्न विद्यालयों को 50% क्षमता के साथ खोलने की मांग विद्यार्थी परिषद ने रखी थी ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में कोई असर ना पड़े इस तरह की बहुत सी मांगों को लेकर करुणा काल के समय में विद्यार्थी परिषद में छात्र हितों को व स्कूली छात्रों की समस्याओं को सरकार के आगे रखा है वह आगे भी इस तरह की मांगों को लेकर गुजारती परिषद सामने आएगी इन्हीं उद्देश्यों के साथ विद्यार्थी परिषद स्कूली छात्रों से संपर्क करेंगे व लॉकडाउन के बाद   बाद स्कूलों की स्थिति कैसी है व शैक्षणिक परिवेश में किस तरह की अन्य समस्याओं का सामना आजकल छात्रों को करना पड़ रहा है वे समस्याएं भी विद्यार्थी परिषद जानेगी व उनका समाधान किस तरीके से किया जाए उस पर भी विद्यार्थी परिषद कार्य करेगी।

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