सोलन, सिरमौर, ऊनाहिमाचल
राज्य महिला आयोग महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण के लिए है प्रतिबद्ध : डॉ डेजी ठाकुर
नाहन । हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा डॉ डेजी ठाकुर ने आज जिला सिरमौर के श्री रेणुका जी स्थित कुब्जा पवेलियन में आयोजित एक दिवसीय महिला जागरूकता शिविर की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राज्य महिला आयोग महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है तथा महिलाओं में जागरूकता लाने के उद्देश्य से ही ग्रामीण क्षेत्रों में इन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें अपने मौलिक अधिकारों, न्यायिक अधिकारियों व सम्बोलिक अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों की भी जानकारी होनी चाहिए। यदि हम जागरूक होंगे तभी हम अपने अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारों के साथ-साथ हमें अपने कर्तव्य का भी निर्वहन करना चाहिए।
डॉ. डेजी ठाकुर ने कहा कि बेटा-बेटी के भेदभाव को समाप्त करने में महिलाओं को अपना विशेष योगदान देना होगा। इस दिशा में बेटियों को अच्छी शिक्षा प्रदान करना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह का कोई भी मामला यदि किसी के भी नजर में आता है तो उसकी सूचना जरूर दें। उन्होंने बताया कि राज्य महिला आयोग का गठन 1997 में किया गया । जिसके समक्ष महिलाओं के अधिकारों का हनन व शोषण से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत की जा सकती है। महिला आयोग द्वारा अपना एक विशेष कोर्ट भी चलाया जाता है जहां काउंसलिंग के माध्यम से मामलों का निपटारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग परिवारों को तोड़ता नहीं बल्कि जोड़ता है। राज्य महिला आयोग द्वारा मुफ्त काउंसलिंग व मुफ्त कानूनी सहायता भी प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के जागरूकता शिविर लगाए जाते हैं और आगे भी प्राथमिकता के आधार पर लगाए जाएंगे।
इससे पूर्व, डॉ. डेजी ठाकुर ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी सिरमौर आर.एस. नेगी ने मुख्य अतिथि को शॉल भेंट कर सम्मानित किया तथा स्वागत संबोधन के साथ-साथ अपने विभाग की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी साझा की। इस उपलक्ष पर सहायक न्याय वादी एवं विधि अधिकारी अनुज वर्मा, तहसीलदार दादाहु चेतन चौहान, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक अधिकारी पवित्रा पुंडीर, जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीयों व कर्मचारीयों ने अपने-अपने विभागों से संबंधित योजनाओं की जानकारी सांझा की।