Breaking: किन्नौर भूस्खलन हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत, 20 अभी भी लापता, इस वजह से रोकना पड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन
किन्नौर। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बुधवार को किन्नौर जिला के न्यूगलसरी के नजदीक दूुमती में हुए भीषण भूस्खलन के कारण मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए आज घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने मृतकों और लापता लोगों के परिजनों से मिलकर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं और आश्वासन दिया कि संकट की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है और उन्हें हर सम्भव सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भावानगर पहुंचकर घायलों का कुशलक्षेम भी जाना।
उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की और चिकित्सा अधिकारियों को घायलों को बेहतर उपचार सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये और गम्भीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये प्रदान करेगी। इसके अलावा, परिवहन विभाग इस हादसे में जान गंवाने वाले बस यात्रियों को एक-एक लाख रुपये देगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार घायलों को निःशुल्क उपचार सुविधा प्रदान कर रही है।
किन्नौर हादसे में मरने वालों की संख्या 15 हुई
हिमाचल के किन्नौर में हुए भूस्खलन हादसे के बाद अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। आईटीबीपी समेत अन्य एजेंसियां यहां पर राहत-बचाव कार्य में लगी हुई हैं। वीरवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी यहां का जायजा लिया। वहीं, निगुलसरी में रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया है। क्योंकि पहाड़ी से फिर से शूटिंग स्टोन्स गिरने लगे हैं। तेज हवा के चलते यहां फिर से पत्थर गिरने लगे हैं। ऐसे में आईटीबीपी ने रेस्क्यू ऑपरेशन को कुछ देर के लिए रोक दिया है। किन्नौर में बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद 500 मीटर गहरी खाई में गिरी बस का मलबा गुरुवार सुबह बरामद कर लिया गया है। बचाव दल ने यह जानकारी दी। अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 अन्य अभी भी लापता हैं।
मलबे से ढके 200 मीटर के दायरे में फंसे 20 से अधिक लोगों को निकालने के लिए कई एजेंसियों की मदद से बचाव अभियान जारी था, जिसे फिर से पत्थर गिरने की वजह से रोक दिया गया है। एनडीआरएफ समेत सेना, आईटीबीपी, पुलिस और स्थानीय लोग रेस्क्यू में जुटे हुए हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरुवार को किन्नौर का हवाई सर्वे किया, यहां पर जारी रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। जयराम ठाकुर के मुताबिक, किन्नौर हादसे में मरने वालों की संख्या 15 हो गई है। वहीं मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ, राज्य पुलिस बलों और स्थानीय लोगों द्वारा राहत और बचाव अभियान कार्य के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस क्षेत्र का भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण भी करवाएगी ताकि भविष्य में इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए कोई स्थाई समाधान निकाला जा सके।