सोलन, सिरमौर, ऊनाहिमाचल
पंचायत प्रतिनिधियों के लिए छः दिवसीय प्रशिक्षण आरम्भ
ऊना। नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के लिए छः दिवसीय बुनियादी प्रशिक्षण शिविर आज जिला परिषद ऊना के सभागार में आयोजित हुआ। शिविर का शुभारम्भ उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने किया। राघव शर्मा ने कहा कि ग्राम पंचायत एवं ग्राम स्तर पर विकास के लाभ जन-जन तक पहुंचाने में पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका अहम है। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं के नव निर्वाचित प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि इस बुनियादी प्रशिक्षण कार्यक्रम को भली-भान्ति समझें ताकि वे अपने उत्तरदायित्व का समुचित निवर्हन कर सकें।उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने नवनिर्वाचित प्रधानों, उप प्रधानों व वार्ड सदस्यों से आह्वान किया कि वह पांच साल में योजना चरणबद्ध तरीके से बनाएं और उसमें लोगों की समस्याओं को प्रमुखता से लें।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कई परियोजनाएं चलाई गई हैं जिसमें एक वर्ष पांच काम योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत अपने-अपने कार्य क्षेत्र में कार्य भी करवाएं। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थानों का गांव के विकास में अहम रोल होता है, पंचायतें समग्र विकास करवाती है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में तथा कोविड वैक्सीनेशन में पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों की अहम भूमिका रही है।राघव शर्मा ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि ग्राम पंचायत विकास योजना, ब्लाॅक पंचायत विकास योजना, जिला परिषद विकास योजना और सामाजिक न्याय के लिए गुणवत्ता युक्त योजनाओें, संविधान के 73वें संशोधन की 11वीं अनुसूची में सूचीबद्ध विषयों के संबंध में कार्य योजनाओं का कार्यान्वन करना तथा ग्राम पंचायत विकास योजना में पंचायत के लोगों को जागरूक करना एवं सहभागिता सुनिश्चित करना, प्रत्येक योजना को ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर अपलोड करना आदि विषयों को गहनता से अध्ययन कर ज्ञान हासिल करें।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कई परियोजनाएं चलाई गई हैं जिसमें एक वर्ष पांच काम योजना बनाई गई है। इस योजना के तहत अपने-अपने कार्य क्षेत्र में कार्य भी करवाएं। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थानों का गांव के विकास में अहम रोल होता है, पंचायतें समग्र विकास करवाती है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में तथा कोविड वैक्सीनेशन में पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों की अहम भूमिका रही है।राघव शर्मा ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि ग्राम पंचायत विकास योजना, ब्लाॅक पंचायत विकास योजना, जिला परिषद विकास योजना और सामाजिक न्याय के लिए गुणवत्ता युक्त योजनाओें, संविधान के 73वें संशोधन की 11वीं अनुसूची में सूचीबद्ध विषयों के संबंध में कार्य योजनाओं का कार्यान्वन करना तथा ग्राम पंचायत विकास योजना में पंचायत के लोगों को जागरूक करना एवं सहभागिता सुनिश्चित करना, प्रत्येक योजना को ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर अपलोड करना आदि विषयों को गहनता से अध्ययन कर ज्ञान हासिल करें।
शिविर में ग्राम पंचायत मुबारकपुर, मैड़ी खास, कुठियाड़ी, बेहड़ जसवां, टकारला, धंदढ़ी, नंदपुर, अंदोरा अप्पर, लडोली, हंबोली, चूरूडू, कुठेड़ा खैरला, अंदौरा लोअर, चैआर, प्रम्ब, नेहरी नौरंगा तथा ठठल की 17 पंचायतों के प्रधानो,ं उप प्रधान, वार्ड सदस्यो के कुल 147 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। जिला परिषद अध्यक्षा नीलम कुमारी ने उपस्थित नवनिर्वाचित प्रधानों, उप प्रधानों तथा वार्ड सदस्यों को प्रशासनिक कार्य, अभिलेख व रजिस्टर, ई-एप्लीकेशन, न्यायिक कार्य, सूचना का अधिकार इत्यादि विषयों पर समुचित जानकारी प्रदान की। इससे पूर्व जिला पंचायत अधिकारी श्रवण कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा आयोजना के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर जिला परिषद परिषद अध्यक्ष नीलम कुमारी, जिला पंचायत अधिकारी श्रवण कुमार सहित नवनिर्वाचित पंचायत पदाधिकारियों सहित विभागों के अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।