कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लूहिमाचल

मनाली के लिए 200 करोड़ रुपये की परियोजना : गोविंद ठाकुर

कुल्लू । शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कोरोना संकट के दौर में भी प्रदेश की जयराम सरकार ने विकास की गति को रुकने नहीं दिया। तकनीकी का भरपूर उपयोग करके वर्चुअल माध्यम से विधानसभा क्षेत्रों के लिए आए दिन करोड़ों की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन किये। ऐसा करने से विभाग व निर्माण एजेन्सियां सभी सक्रिय रही और विकास की धारा निरंतर प्रवाहित होती रही। उन्होंने कहा हालांकि कफ्र्यू जैसी परिस्थितियों में निर्माण कार्य प्रभावित अवश्य हुए, लेकिन इस काल में इनकी कागजी औपचारिकताएं पूरी करके स्थिति सामान्य होते ही दोगुणी गति के साथ कार्य किया जा रहा है।


गोविंद ठाकुर ने कहा कि सबसे बड़ा काम राइट बैंक की रामशीला से मनाली तक की सड़क को पूरी तरह से तैयार करके दिया है। इस सड़क के निर्माण से स्थानीय लोगों तथा सैलानियों को बड़ी सुविधा और राहत पहुंची है। साथ ही लेफ्ट बैंक की सड़क को डव्बल लेन बनाने के लिए नितिन गडकरी से इसकी घोषणा करवाई। इस वामतट सड़क के विस्तार के लिए संबंधित विभाग को औपचारिकताएं पूरी करने के लिए निर्देश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि मनाली के आसपास के अनेकों गांव ऐसे थे जो पहले सुविधा सड़क सुविधा से वंचित थे परंतु भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद हमने हर गांव को सड़क सुविधा से जोड़ा है। गधेरनी, ब्राड, पारशा, आलू ग्राउंड से छियाल, सियाल से पंसारी सड़क, कन्याल सड़क, मनाली गांव के मनु मंदिर की सड़क, चिचोगा, भनारा और शामिनाला की सड़क हो सभी सड़कों का निर्माण किया गया।


उन्होंने कहा कि आज मनाली विधानसभा क्षेत्र में कहीं नजर डाली जाए तो हर गांव में सड़क की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 से पहले सड़कों की स्थिति कैसी थी यह सभी लोग भलीभांति जानते हैं। उन्होंने कहा कि मनाली शहर तथा आस-पास की पंचायतों को सीवरेज योजना से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। लगभग 200 करोड़ रुपये की यह एक बहुत बड़ी परियोजना है जो आने वाले समय में क्षेत्र की बड़ी जनता को लाभान्वित करेगी।


गोविंद ठाकुर ने किया स्वयं सहायता समूहों की प्रदर्शनी का अवलोकन
शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने मनाली के रामबाग में स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यह प्रदर्शनी मनाली तथा आस-पास के क्षेत्रों के स्वयं सहायता समूहों ने लगाई है जिसमें उनके द्वारा तैयार किए गए विभिन्न प्रकार के उत्पादों को अवलोकन व बिक्री के लिये रखा है। गोविंद ठाकुर ने प्रदर्शनी में गहरी रूचि दिखाई और खूबसूरत कुल्लवी उत्पादों के निर्माण से काफी प्रभावित हुए। उन्होंने महिलाओं से काफी देर तक बातचीत की। गोविंद ठाकुर ने कहा कि कुल्लू का हस्तशिल्प दुनिया में अलग पहचान रखता है। यहां की शाॅल व टोपी को जिओ टैग मिला है। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है और इसकी पहचान भी। उन्होंने महिलाओं से कहा कि वे बड़े पैमाने पर कुल्लवी शैली में हस्तशिल्प तैयार करके अच्छी आय अर्जित कर सकती हैं। कुल्लू-मनाली में देश के सभी राज्यों के अलावा बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी भी आते हैं और यहां के उत्पादों को काफी पंसद करते हैं। उन्होंने कहा कि शरण गांव को हस्तशिल्प गांव के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इससे पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलने के साथ स्थानीय महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि जिला की परम्पराओं और पुरानी संस्कृति को आगे बढ़ाने के निरंतर प्रयास किये जाने चाहिए।

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