राजस्व मंत्री ने अत्यधिक बाढ़ प्रभावित ज़िलों में राहत उपायों में तेज़ी लाने के निर्देश दिए
शिमला। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज यहां वर्चुअल माध्यम से आयोजित एक बैठक में प्रदेश में हुई भारी बारिश से अत्यधिक प्रभावित मण्डी, कुल्लू तथा लाहौल-स्पीति जिलों में किए जा रहे राहत उपायों की समीक्षा की। बैठक में आपदा से हुए नुकसान के आकलन तथा प्रभावित परिवारों व समुदायों को सहायता प्रदान करने के लिए उचित राहत उपायों को क्रियान्वित करने पर भी चर्चा की गई।
जगत सिंह नेगी ने बाढ़ के कारण प्रभावित तथा विस्थापित लोगों की सहायता के लिए त्वरित व प्रभावी राहत व बचाव उपायों पर बल दिया। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा आपदा में राहत के लिए जारी नए दिशा-निर्देशों के अनुसार राहत प्रदान करने तथा समय पर सभी उपलब्ध संसाधनों को उपयोग करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने विस्थापित व प्रभावित परिवारों की आवश्यकताओं को पूरा करने, दीर्घकालिक पुनर्वास कार्य योजना पर कार्य करने तथा भविष्य में आपदाओं के प्रभाव को कम करने को भी कहा। उन्होंने भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों, विद्युत लाईनों तथा जल आपूर्ति योजनाओं की मुरम्म्त एवं बहाली में तेज़ी लाने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान राजस्व मंत्री ने प्रदेश में हिमाचल प्रदेश लोक सेवा गारंटी अधिनियम-2011 को प्रभावी रूप से कार्यान्वित करने तथा लोगों को इसके बारे जागरूक करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सचिव राजस्व, ओंकार चंद शर्मा, निदेशक एवं विशेष सचिव, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन डी.सी. राणा, मंडलायुक्त मंडी राखिल काहलों, उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी, उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग, उपायुक्त लाहौल-स्पीति राहुल कुमार सहित जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।