बिलासपुर, चंबा, हमीरपुरहिमाचल

बिटिया फाउंडेशन की अध्यक्षा सीमा संख्यान ने सीमेंट कारखानों की तालाबंदी पर रोष प्रकट किया

बिलासपुर(विनोद चड्ढा कुठेड़ा बिलासपुर) आज बिटिया फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्षा सीमा संख्यानं और बरमाना के ए सी सी गागल सीमेंट फैक्ट्री के विस्थापित और प्रभावित लोग बरमाना में ए सी सी गागल सीमेंट फैक्ट्री पर अडानी ग्रुप की मैनेजमेंट ने जो 14/12/2022 रात को एक पत्र के माध्यम से अपने सभी कर्मचारियों को 15/12/2022 को सुबह 6 बजे से फैक्ट्री में आने से मना कर दिया और फैक्ट्री के सभी गेटों पर ताले लगवा दिए है।उसके खिलाफ अपना रोष प्रकट किया और एक ज्ञापन उपयुक्त जिला बिलासपुर पंकज राय को दिया।


4000 ट्रकों के ड्राइवरों उनके मालिकों उनके परिवारों पर आज संकट के बादल छा रहे

उन्होंने बताया की लगभग 1500 कर्मचारियों और लगभग 4000 ट्रकों के ड्राइवरों उनके मालिकों उनके परिवारों पर आज संकट के बादल छा रहे हैं। सीमा सांख्यान ने बताया की 1983 में जब ये ए सी सी गागल सीमेंट फैक्ट्री की भूमि का अधिग्रहण हो रहा था तब सरकार ने हम लोगों से 500 रूपये से लेकर 5000 रूपये प्रति बीघा जमीन खरीदी थी । जिसका एक समझौता भी हुआ था कि विस्थापित और प्रभावित लोगों को पुस्त दर पुस्त नौकरी देंगे। उस समय ए सी सी गागल सीमेंट फैक्ट्री के प्रबंधन ने कुछ लोगों को नौकरी दे दी और


कहा की आपके बच्चों को भी नौकरी देंगे इस लिए उस समय एक फादर सन स्कीम भी चलाई गयी थी लेकिन कुछ समय बाद वो भी बंद कर दी , आज हमारे बच्चों को कोई नौकरी नहीं है। आज ना हमारे पास जमीन रही नहीं ही कोई रोजगार रहा। उकसे बाद ए सी सी गागल सीमेंट फैक्ट्री के प्रबंधन ने विस्थापित परिवार के लोगों को 1993 में ट्रक डलवाये , और 2011 में फिर से ए सी सी गागल सीमेंट फैक्ट्री के प्रबंधन ने विस्थापित परिवार के लोगों को मल्टीएक्सल ट्रक कम्पनी के हित में डलवाये और साथ में 3 लाख रूपये बिना ब्याज के दिए थे। ताकि कारखाना सुचारु रूप से चले और उस समय आज एक ये कारखाना फायदे में ही चला। अचानक ये नए मालिक अडानी समूह ने एक महीने में ही इस कारखाने को घाटे में तब्दील कर दिया। और कहा की ये कारखाना घाटे में चल रहा है। सीमा सांख्यान ने बताया की उसके बाद जो लोग ए सी सी गागल सीमेंट फैक्ट्री में नौकरी करते है उनको पिछले महीने डराया धमकाया गया और उनसे लिख कर ले कि या तो नौकरी छोड़ो या जो आपके पास ट्रक है उनको बेचो।


सीमा संख्यान ने माननीय मुख्यमंत्री हिमाचल सरकार से किया ये आग्रह

बरमाणा ए सी सी गागल सीमेंट फैक्ट्री और अडानी समूह की मैनेजमेंट जो ये तुगलकी फरमान कभी भी जारी कर रही है इनको तुरंत रोका जाये ताकि यहाँ के विस्थापित प्रभावित लोगों और कर्मचारियों का शोषण न हो सके। सीमा संख्यान ने माननीय मुख्यमंत्री हिमाचल सरकार से आग्रह किया है की जल्द से जल्द इसमें अपना हस्ताक्षेप करें और इस मामले को सुलझाए अन्यथा यहाँ के लोग अपना आपा खो देंगे और उग्र रूप ले लेंगे। उन्होंने कहा की जो ये तुगलकी फरमान जारी किया है उसको बरमाणा ए सी सी गागल सीमेंट फैक्ट्री के अडानी ग्रुप की मैनेजमेंट के द्वारा 24 घंटों के भीतर वापिस नहीं लिया तो बिटिया फाउंडेशन संस्था वह यहाँ के विस्थापित और प्रभावित वह अन्य समाजसेवियों स्थानिया लोगों के साथ मिलकर अनिस्चितकाल हड़ताल पर बैठ जायेंगे और इनसब की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन, बरमाणा ए सी सी गागल सीमेंट फैक्ट्री प्रबन्धन वह अदानी समूह के प्रबन्धन की होगी।


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