शिमला, मंडी, लाहौल-स्पीतिहिमाचल

मकान बनाने के लिए मिल रहे डेढ़ लाख रुपये, जानिये कैसे

मंडी। ‘हमारे लिए अपना पक्का मकान तो बस एक सपना था, लगता था जैसे बड़े दूर की कौड़ी है, मगर स्वर्ण जयंती आश्रय योजना से ये सपना साकार हो गया है।’ मंडी जिला के विकास खंड सदर के बीर तुंगल गांव के कर्मचंद ये कहते हुए मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का बारंबार आभार जताते हैं।
बकौल कर्मचंद ‘हमारे पास मकान के नाम पर बस एक कमरा था, उसमें ही पूरा परिवार गुजर बसर करता, वहीं खाना बनाते और सोते भी, बड़ी मुश्किल से समय काटते थे। स्वर्ण जयंती आश्रय योजना से केवल पक्का मकान ही नहीं, हमें सम्मान से जीने का हक भी मिला है।’ बता दें, मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के गरीब परिवारों के लिए   बुनियादी सुख सुविधाओं से युक्त घर उपलब्ध कराने को स्वर्ण जयंती आश्रय योजना शुरू की है। इसमें पात्र लाभार्थियों को मकान बनाने के लिए 1.50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का प्रावधान है।

सालभर में 513 लाभार्थी, 7.70 करोड़ की सहायता
जिला कल्याण अधिकारी मंडी आर.सी. बंसल बताते हैं कि जिला में कोरोना काल में भी बीते सालभर में 513 लाभार्थियों को स्वर्ण जयंती आश्रय योजना में पक्का मकान बनाने के लिए करीब 7.70 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है।

केवल पक्का मकान नहीं..सम्मान से जीने का हक भी मिला
बीर तुंगल के कर्मचंद को स्वर्ण जयंती आश्रय योजना में पक्का मकान बनाने के लिए 1.50 लाख रुपये की सहायता मिली है। वे इससे बेहद खुश हैं और मुश्किलों से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का आभार जताते हैं।
योजना के एक और लाभार्थी ग्राम पंचायत पधयूं के चिरंजी लाल बताते हैं कि पहले उनके पास मकान के नाम पर बस दो कच्चे कमरे थे, बारिश में छत टपकती तो कमरे के अंदर-बाहर पानी भर आता और तब एक एक पल काटना भारी लगता था। उन्हें किसी से सरकार की स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के बारे में पता चला। उन्होंने पंचायत में आम सभा में प्रस्ताव डाला । मामला स्वीकृत होने पर योजना में मिली 1.50 लाख की मदद ने उनकी सारी चिंता दूर कर दी।
अब उन्होंने दो कमरे, रसोई, टॉयलेट से युक्त अपना पक्का मकान बना लिया है। उनका पूरा परिवार बेहद खुश है और वे मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर के दिल से शुक्रगुजार हैं। मंडी के सकोर रेड़धार गांव के जगदीश, टिली कहनवाल के महेंद्र, धनोग गांव के गुलेर और पदम सिंह समेत योजाना के ऐसे अनेक लाभार्थियों ने एक स्वर में मुख्यमंत्री श्री जय राम का दिल से आभार जताया है।

स्वर्ण जयंती आश्रय योजना का लाभ लेने को यह है पात्रता
जिला कल्याण अधिकारी मंडी आर.सी.बंसल स्वर्ण जयंती आश्रय योजना का लाभ लेने की पात्रता के बारे में बताते हैं कि  इस योजना का लाभार्थी परिवार हिमाचल प्रदेश का स्थानीय निवासी होना चाहिए । योजना में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंध रखने वाले लोगों को कवर किया गया है। लाभार्थी परिवार की सालाना आमदनी 35 हजार से कम हो। मकान बनाने वाले के नाम पर जमीन होनी चाहिए।
योजना को प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। इस बारे अधिक जानकारी के लिए नजदीकी कल्याण अधिकारी कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।

क्या कहते हैं जिलाधीश
जिलाधीश ऋग्वेद ठाकुर का कहना है कि जिला में सरकार की आवास योजनाओं के अन्तर्गत पात्र परिवारों को तुरन्त लाभ प्रदान करना सुनिश्चित बनाया गया है। गरीब लोगों के जीवन में सामाजिक सुरक्षा, जीवन स्तर मंे सुधार एवं उत्थान में यह योजनाएं काफी कारगर सिद्ध हुई हैं।

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