बिलासपुर। आयुर्वेद विभाग हिमाचल प्रदेश सरकार के अंतर्गत गठित राज्य औषधीय पादप बोर्ड प्रदेश के किसानों को औषधीय पौधों की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें उच्च दक्षता प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन करवा रहा है। इसी कड़ी में औषधीय पादप बोर्ड जिला बिलासपुर की ओर से इस उच्च दक्षता प्रशिक्षण कार्यशाला के प्रथम चरण में 12 किसानों को प्रदेश के जोगिंदर नगर स्थित हर्बल गार्डन में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन करवाया गया। जिला बिलासपुर औषधीय पादप बोर्ड के नोडल अधिकारी वैद्य अभिषेक ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया की के आयुष मंत्रालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव से शुरू किए गए इस पावन एवं पवित्र औषधीय पौधों की खेती के संदर्भ में किसानों को उच्च दक्षता प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन करवाए जा रहें हैं , इस कार्यशाला के मुख्य विषय रहे कि किस प्रकार से औषधीय पौधों की नर्सरी तैयार करनी, इनकी प्लांटेशन, इनकी कटाई ,और एकत्रित औषधियों को सुखाना और कैसे इनका रखरखाव करना और विपणन करना इत्यादि शामिल रहा । इस प्रशिक्षण का मुख्य लक्ष्य है औषधीय पौधों की खेती के द्वारा किसानों की आय को बढ़ाना उनकी आर्थिकी को सुदृढीकरण करना है। और इस हेतु जिला बिलासपुर के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से औषधीय पौधों के क्षेत्र में सामूहिक तौर पर जो लोग खेती कर रहे हैं उन्हें तकनीकी तौर पर और अधिक दक्षता प्रदान करने के लिए औषधीय पौधों की खेती हेतु प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन जिला मंडी के जोगिंदर नगर स्थित राजकीय हर्बल गार्डन में करवाई गई ताकि किसान और अधिक दक्षता के साथ औषधीय पौधों के क्षेत्र में कार्य कर सके और अपनी आय में इजाफा कर सकें, नोडल अधिकारी वैद्य अभिषेक ठाकुर ने बताया की प्रशिक्षण कार्यशाला के प्रथम चरण में धनीराम वर्मा जोगिंदर चंदेल जीतांशु चंदेल देवेंद्र कुमार, रणजीत सिंह, हरिराम, जोरावर सिंह पटियाल, विचित्र चौहान नंदलाल जगत राम भारद्वाज जयपाल रोहित पटियाल दक्षता प्रशिक्षण कार्यशाला में शामिल रहे।