प्रेमिका की डिमांड पूरी करने के लिए लिया कर्ज, नहीं चुका पाया तो उठाया ये कदम…

मुंबई। ठाणे के उल्हासनगर में प्रेमिका की डिमांड पूरी करने के लिए प्रेमी ने कर्ज लिया। जब चुका नहीं पाया तो रिश्तेदार से पुलिस स्टेशन में खुद के अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने उसे ढूंढना भी शुरू कर दिया। फिर पता चला कि अपहरण की कहानी झूठी है, जिसके बाद कर्नाटक की रेलवे पुलिस की मदद से उसे रायचूर से गिरफ्तार किया गया।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, महाराष्ट्र के ठाणे में प्रेमिका के लिए महंगे मोबाइल खरदीने और उसकी हर फरमाइश पूरी करने के चक्कर में प्रेमी को कर्ज लेना मंहगा पड़ गया। प्रेमी ने कर्ज तो ले लिया। लेकिन उसे वह चुका नहीं पा रहा था। कर्जे से मुक्ति पाने के लिए उसने प्लान बनाया। लेकिन उस प्लान में वह खुद ही फंस गया और अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
मामला उल्हासनगर के शांतिनगर का है। यहां रहने वाले सोनू हरिराम भारती ने 14 अगस्त को पुलिस स्टेशन में अपने रिश्तेदार विजय कुमार चंद्रभान भारती के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई। उसने बताया कि किडनैपर्स ने उससे दो लाख रुपये की फिरौती मांगी है। मध्यवर्ती पुलिस ने मामला दर्ज कर इस मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू कर दी।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मधुकर कड ने जांच के लिए टीम का गठन किया। टीम विजय कुमार का पता लगाने में जुट गई। आखिरकार पुलिस ने कर्नाटक की रेलवे पुलिस के मदद से विजय कुमार को कर्नाटक के रायचूर से ढूंढ निकाला। उन्हें पता चल गया था कि विजय का अपहरण नहीं हुआ है। बल्कि उसके रिश्तेदार ने पुलिस में झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस ने आरोपी विजय को गिरफ्तार कर लिया और उल्हासनगर लेकर आई।
प्रेमिका की डिमांड करना चाहता था पूरी
पूछताछ में विजय ने पुलिस को बताया कि उसने अपना कर्ज चुकाने के लिए खुद के अपहरण की साजिश रची थी। दरअसल, विजय कर्ज में डूब गया था। वह अपनी प्रेमिका की हर डिमांड पूरी करना चाहता था। उसे नहीं पता था कि कर्ज लेना उसे कितना भारी पड़ जाएगा। उसने अपहरण का झूठा केस दर्ज करवाया था। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि उसने कहां से और कितने रुपयों का कर्ज लिया था। आगे की कार्रवाई जारी है।