सुहागरात की सेज पर पति-पत्नी की मौत… ये सामने आया कारण
बहराइच में सुहागरात मनाने कमरे में गए दूल्हा-दुल्हन, सुबह मृत मिले
बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में कैसरगंज थाना क्षेत्र के टेपराहन पुरवा गांव में नवविवाहित जोड़ा अपने कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाया गया। पुलिस ने बताया कि प्रताप (23) की पुष्पा (21) से 30 मई को शादी हुई थी और वह बुधवार को अपनी ससुराल पहुंची थी।
पुलिस के अनुसार, बुधवार देर रात सभी उत्सव और रस्मों के बाद दोनों अपने कमरे में सोने चले गए थे और गुरुवार सुबह बहुत देर तक जब दोनों बाहर नहीं आए तो दूल्हे की मां ने दरवाजा खटखटाया। जब अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर परिजनों ने दरवाजा तोड़ा तो दोनों मृत पड़े मिले।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कैसरगंज कोतवाली क्षेत्र के गोड़हिया नंबर चार निवासी प्रताप (23) की शादी ग्राम गोडहिया नंबर तीन गुल्लनपुरवा गांव निवासी पुष्पा के साथ 30 मई को तय थी। 30 मई को गोडहिया नंबर चार में बारात गई। 31 मई हंसी-खुशी बारात गांव पहुंची। रात में पति और पत्नी अपने गांव पहुंचे।
देर रात को नवदंपती ने अपना कमरा बंद कर लिया। गुरुवार सुबह जब कमरे से कोई बाहर नहीं निकला तो परिवार के लोग परेशान हो गए। सभी ने मिलकर दरवाजा किसी तरह खोला। यहां कमरे में देखा तो पुष्पा और प्रताप बेसुध पड़े थे। दोनों की मौत का पता चलते ही कोहराम मच गया। लड़के पक्ष के लोगों ने लड़की पक्ष के लोगों को सूचना दी। दोनों के परिवार के लोग एकत्रित हुए। घटना से गांव में कोहराम मच गया। सभी रोने बिलखने लगे।
शनिवार को आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने यह दावा किया है। पुलिस ने बताया कि फरेंसिक एक्सपर्ट्स की एक टीम ने नवविवाहित जोड़े के कमरे की जांच की थी। कमरे में वेंटिलेशन की कमी थी। ऐसे में इस बात की पूरी संभावना थी कि उनकी मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई हो। अब पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई है।
जानकारी के मुताबिक, बहराइच में शादी के बाद एक नवविवाहित जोड़ा अपने कमरे में सोने के लिए गया था। सुबह दोनों मृत पाए गए। उनकी पहचान 24 वर्षीय प्रताप यादव और 22 वर्षीय पुष्पा यादव के रूप में हुई है। मौत के बाद गांव में ही दंपती का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बहराइच के पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ने बताया कि दंपती की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई थी। घटना के बाद फरेंसिक की टीम ने मौके का निरीक्षण किया था। कमरे में वेंटिलेशन की कमी थी। ऐसे में टीम ने प्रथम दृष्टया अनुमान लगाया था कि इस वजह से दिल का दौरा पड़ने की संभावना थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दंपती के कमरे में जबरन किसी के घुसने के कोई निशान नहीं थे। दोनों के शरीर पर चोट के भी कोई चिह्न नहीं थे। ऐसे में मामले में कोई आपराधिक ऐंगल निकालना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि शवों के विसरा को लखनऊ में स्टेट फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में आगे की जांच के लिए संरक्षित कर लिया गया है। दोनों परिवारों की ओर से कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है।