सरकार ने लोगों से कोविड पंजीकरण पोर्टल का दुरूपयोग न करने का किया आग्रह
शिमला। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज कहा कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के अनुसार, कोविड ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल स्थापित किया गया है, ताकि राज्य में प्रवेश करने वाले लोगों को सुविधा प्रदान की जा सके और स्थानीय प्रशासन को इसके बारे में सही जानकारी उपलब्ध हो सके जिससे कोविड प्रोटोकाॅल का पालन सुनिश्चित किया जा सके। आवेदक द्वारा चयनित यात्रा के उद्देश्य के आधार पर आवेदक को पंजीकरण पोर्टल https://covid19epass.hp.पर राज्य में प्रवेश करने वाले व्यक्तियों का पूरा विवरण भरने के साथ-साथ पहचान पत्र, आरटीपीसीआर रिपोर्ट, टीकाकरण प्रमाण पत्र आदि जैसे दस्तावेजों के साथ पंजीकरण करना होता है।
आंनलाइन आवेदन करने के बाद, आवेदक को इस बारे में एसएमएस और पावती रसीद डाउनलोड करने का लिंक प्राप्त होता है जिसे राज्य में प्रवेश के दौरान पुलिस कर्मियों को दिखाना होता है। पुलिस कर्मचारी मोबाइल ऐप का उपयोग करके पावती रसीद पर छपे क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं और पहचान पत्र के साथ आवेदक द्वारा दिए गए विवरण को सत्यापित करते हैं। प्रदत जानकारी से संतुष्ट होने के बाद, आवेदक को अपने गंतव्य की ओर जाने की अनुमति प्रदान की जाती है। राज्य में प्रवेश करने से पहले प्रत्येक व्यक्ति को पंजीकरण पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करना अनिवार्य है। इसके अलावा, पंजीकरण करने वाले व्यक्ति को यह घोषित करना होगा कि पंजीकरण के दौरान दिए गए तथ्य और जानकारी उसके अनुसार सही है। इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य पंजीकरण को सरल बनाना और प्रदेश में लोगों के आवागमन को सुगम करना है।
इसके अलावा, पोर्टल स्थानीय प्रशासन को आने वाले व्यक्तियों का डेटा भी प्रदान करता है ताकि जिला प्रशासन उन पर आवश्यक कोविड प्रोटोकाॅल लागू कर सके।उन्होंने कहा कि विभाग के संज्ञान में आया है कि पास नम्बर एचपी-2563825 और एचपी-2563287 के दो पंजीकरण डोनाल्ड ट्रम्प और अमिताभ बच्चन के नाम पर किए गए हैं जिनमें एक ही मोबाइल नंबर-9882810033 है। दोनों पंजीकरण अफवाह फैलाने के इरादे से किए गए प्रतीत होते हैं क्योंकि दोनों के पंजीकरण भी नकली लगते हैं। यह इस तथ्य से स्पष्ट है कि आवेदक द्वारा इन दोनों पंजीकरणों के लिए एक ही पहचान पत्र अपलोड किया गया है। यह पंजीकरण के समय आवेदक द्वारा की गई घोषणा का स्पष्ट उल्लंघन है।
इस पोर्टल का दुरुपयोग पंजीकरण प्रणाली होने के दोहरे उद्देश्य, प्रदेश में आगंतुकों को बिना परेशानी प्रवेश और इन आगंतुकों के लिए कोविड प्रोटोकाॅल लागू करने के लिए जिला प्रशासन को आगंतुकों की वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य में बाधा है। राज्य सरकार प्रदेश की जनता से आग्रह करती है कि वह पोर्टल के इस तरह के दुरुपयोग से बचने के साथ-साथ कोविड पंजीकरण पोर्टल के बारे में भ्रामक सूचनाओं व अफवाहों को न फैलाएं ताकि इस कठिन समय में महामारी से लड़ने में राज्य के विभागों की ऊर्जा सकारात्मक कार्याें में उपयोग हो सके।