सोलन, सिरमौर, ऊनाहिमाचल
राहतः बाथू में कोरोना मरीजों के लिए होगी 150 बेड की व्यवस्था
ऊना। उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा है कि बाथू सामान्य सुविधा केंद्र को कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा बाथू सामान्य सुविधा केंद्र की दो मंजिलों में 150 बेड लगाने की व्यवस्था की जाएगी। ग्राउंड फ्लोर पर 100 बेड तथा प्रथम तल पर 50 बेड लगाए जाएंगे, जहां पर सभी बेड के लिए ऑक्सीजन की सुविधा होगी। कोरोना संक्रमितों के लिए यह डेडिकेटिड कोविड हेल्थ सेंटर (डीसीएचसी) के रुप में कार्य करेगा। यहां तैनात किए जाने वाले डॉक्टरों व अन्य पैरामेडिकल स्टाफ के लिए भी प्रथम तल पर ही व्यवस्था की जाएगी। इस संबंध में सीएमओ ऊना डॉ. रमण कुमार शर्मा ने कहा कि 60 बेड का प्रबंध पहले ही कर लिया गया था, जबकि 60 अतिरिक्त बेड आ गए हैं। इसके अलावा 30 बेड का प्रबंध स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के जल्द से जल्द प्रयास किए जा रहे हैं। बाथू सामान्य सुविधा केंद्र में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए शौचालय की व्यवस्था करने के लिए थोड़ा कार्य करना होगा, जिसके बाद जल्द ही यह डीसीएचसी के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
कोरोना संक्रमितों के लिए 186 बेड उपलब्ध
उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि जिला ऊना में कोरोना संक्रमितों के लिए पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कुल 131 बिस्तर उपलब्ध हैं। हरोली में 45 तथा पालकवाह में 86 बेड मौजूद हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आने वाले समय में निजी अस्पतालों का भी सहयोग लिया जा सकता है, जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। नंदा अस्पताल ऊना में 35 बेड की व्यवस्था कर दी गई है। आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य विभाग कोरोना मरीजों को इलाज के लिए नंदा अस्पताल में रेफर कर सकता है। नंदा अस्पताल सिर्फ रेफर किए गए कोरोना मरीजों का ही इलाज करेगा। इसके अतिरिक्त दौलतपुर चौक के लक्खी अस्पताल में भी 20 बेड लगाने का प्रबंध किया गया है। इस प्रकार से जिला ऊना में अब तक कोरोना मरीजों के लिए 186 बेड उपलब्ध हैं। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग मिलकर अन्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में भी बेड संख्या बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि पंडोगा में भी 200 बेड लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कम लक्षणों वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए उप-मंडल स्तर पर डीसीसीसी बनाने की भी कोशिश की जा रही है।