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पूर्व सीपीएस धर्माणी ने डाक्टरों की भर्ती के फैसले पर उठाए सवाल, जानिये क्या बोले

घुमारवीं। कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश सरकार की ओर से डॉक्टरों की भर्ती करने के फैसले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसको आंखों में धूल झोंकने की कोशिश करार दिया है।




अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी ने कहा कि हिमाचल में डॉक्टरों के 500 पद भरने की घोषणा सरकार ने की है जिनमें से 200 पद लोक सेवा आयोग के द्वारा भरे जाएंगे वहीं 300 पद वाक इन इंटरव्यू के तहत भरे जाने हैं। उन्होंने इसे आंख में धूल झोंकने वाली बात बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार के अब मात्र 3 महीने शेष है और इतने समय में डॉक्टरों की भर्ती की प्रक्रिया ही आरंभ नहीं हो पाएगी तो इनकी भर्ती करने का सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने कहा कि लोक सेवा आयोग की प्रक्रिया पूरी करने में 2 से 4 महीने का समय लग जाता है, वहीं वॉक इन इंटरव्यू हर सप्ताह आयोजित किए जाते हैं। तो इतने कम समय में यह होना संभव नहीं है। प्रदेश सरकार ने यह घोषणा करके मात्र वाहवाही लूटने का प्रयास किया है ।जबकि वास्तविकता में कुछ भी होने वाला नहीं है ।




जिला महासचिव विनोद चंदेल की ओर से जारी प्रेस बयान में उन्होंने कहा कि यह सरकार शुरू से ही गलत फैसले लेती आई है और विभिन्न प्रकार के इंटरव्यू करवाने में सरकार ने कोई ना कोई पेंच फंसा कर रखा है जिससे बेरोजगारों की फौज लगातार बढ़ती जा रही है । धर्माणी ने भारी वर्षा से राज्य की सड़कों को होने वाले नुकसान पर भी प्रश्न उठाया और कहा कि जितनी भी सड़कें इस भारी वर्षा से नष्ट हुई है उनकी भी जांच होनी चाहिए क्योंकि उन सड़कों पर नालियां बनाने तथा उन्हें व्यवस्थित करने के लिए हजारों रुपए अपने चहेते ठेकेदारों को इस सरकार ने उपलब्ध करवाए हैं । जबकि वास्तविकता में वह काम ही नहीं हुआ है। अगर समय रहते सड़कों पर नालियां बनाई गई होती तो अधिक नुकसान नहीं होता। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की कथनी कुछ और करनी कुछ और ही है। वर्तमान सरकार को अपने अधिकारियों पर ही भरोसा नहीं रहा है। जिसका अनुमान मुख्य सचिव के बार-बार बदलने से लगाया जा सकता है।



उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव किसी भी सरकार की बैकवोन होता है लेकिन इस सरकार ने ताश के पत्तों की तरह मुख्य सचिव के पद को भी फेंटा है। जो कि अनुचित है। इससे यह भी पता चलता है कि अफसरशाही पर सरकार की लगाम बिल्कुल भी नहीं है।



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