उत्तराखंड
पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा का कोरोना से निधन
ऋषिकेश। मशहूर पर्यावरणविद और चिपको आंदोलन के प्रणेता रहे सुंदर लाल बहुगुणा का निधन हो गया है। एम्स ऋषिकेश में शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। बताया जा रहा है कि डायबिटीज के साथ वह कोविड निमोनिया से पीड़ित थे। उनके पुत्र राजीव नयन बहुगुणा ने अपने फेसबुक एकाउंट में उनके निधन की सूचना साझा करते हुए लिखा “पूर्ण हुए।”
हिमालय के रक्षक सुंदरलाल बहुगुणा की सबसे बड़ी उपलब्धि चिपको आंदोलन थी। वह गांधी के पक्के अनुयायी थे और जीवन का एकमात्र लक्ष्य पर्यावरण की सुरक्षा था। उनका जन्म 9 जनवरी, 1927 को उत्तराखंड के टिहरी में हुआ था।