कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लूहिमाचल
असंगठित क्षेत्र के कामगारों का होगा डेटाबेस तैयार: एडीएम
धर्मशाला। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौर ने कहा केन्द्र सरकार का श्रम और रोजगार मंत्रालय असंगठित कामगारों का राष्ट्रीय डेटाबेस तैयार कर रहा है जो प्रत्येक असंगठित कामगार को पहचान पत्र जारी करेगा जिसमें एक विशिष्ट पहचान संख्या होगी। एडीएम रोहित राठौर आज उपायुक्त कार्यालय के सभागार में असंगठित कामगारों के ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकरण को लेकर जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने सम्बन्धित सभी विभागों को इस डेटाबेस को तैयार करने के निर्देश दिए। एडीएम ने बताया कि यह कार्ड 16 से 59 वर्ष आयुवर्ग के लाभार्थियों के बनाए जाएंगे। इस कार्ड के बनने से असंगठित श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा तथा श्रमिकों को रोजगार के अधिक अवसर भी प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। रोहित राठौर ने कहा कि लोकमित्र केन्द्रों के माध्यम से ई-श्रम पोर्टल पर असंगठित कामगारों का पंजीकरण किया जाएगा। जिसके बाद उन्हें कार्ड जारी किये जाएंगे। एडीएम ने कहा कि असंगठित कामगारों की श्रेणी में भवन और निर्माण मजदूरों, प्रवासी मजदूर, बुनकरों, मछुआरों, पशुपालकों, लेबलिंग और पैकिंग, निर्माण मजदूरों, आशावर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, ग्वालों, फेरी वाले, घरेलू कामगार, कृषि कामगार, बढ़ई, रेशम, ईंट भट्टो, स्वयं सहायता समूह, वॉटर केरियर, मिड डे मील, आशा वर्कर, आंगनवाडी वर्कर, नाई, चमड़ा कामगार, सब्जी बेचने वाले, दूध बेचने वाले, ऑटो चालक, छोटे शॉपकिपर, मनरेगा वर्कर और पेट्रोल पंप कामगार व अन्य असंगठित श्रमिकों को रखा गया है।