कोरोना का रुख गांवों की ओर, जानिए क्या बोले शिक्षा मंत्री
कुल्लू । शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कोरोना वायरस की गांवों में दस्तक गंभीर चिंता की बात है। पिछले साल तक अधिकांश गांव सुरक्षित थे, लेकिन इस साल का नया स्ट्रेन व्यक्ति को अकस्मात चपेट में ले रहा है। उन्होंने जनता से अपील की है कि किसी भी प्रकार के सार्वजनिक समारोहों को करने से बचें और किसी भी हालत में भीड़-भाड़ का हिस्सा न बनें। वह आज मनाली में भाजपा व पंचायती राज संस्थानों के कुछ प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपनी पंचायतों में किसी भी प्रकार के सार्वजनिक समारोहों पर कड़ी नजर रखें और लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि बहुत से गांवों में कोरोना के मरीज आईसोलेशन में हैं और ऐसे में चुने हुए प्रतिनिधियों को मरीजों की नियमित निगरानी रखनी चाहिए ताकि दूसरे लोग संक्रमित न हो।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर प्रदेश में कोरोना संकट को लेकर काफी संवेदनशील हैं और स्वयं मोर्चा संभाले हैं। मुख्यमंत्री हर रोज कोविड-19 की समीक्षा कर रहे हैं और वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कभी पंचायती राज संस्थानों, नगर निकायों तो कभी भाजपा पदाधिकारियों के साथ इस महामारी पर परिचर्चा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को सहयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रदेश में कफ्र्यू कोरोना प्रसार को रोकने में कारगर साबित होगा, लेकिन इसके लिए कुछ दिनों का समय लगेगा। लोगों को कफ्र्यू के नियमों की ईमानदारी के साथ अनुपालना करनी चाहिए।
गोविंद ठाकुर ने मुख्यमंत्री के उस निर्णय का स्वागत किया है जिसमें उन्होंने आयुष्मान भारत व हिमकेयर कार्ड से निजी अस्पतालों में कोविड-19 का निःशुल्क उपचार करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में हजारों की संख्या में आयुष्मान व हिमकेयर कार्ड धारक हैं जिन्हें मुख्यमंत्री के निर्णय का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि आगामी 17 मई से 18 साल से 44 साल आयुवर्ग के लोगों को भी कोरोना वैक्सीन की डोज प्रदान की जाएगी। उन्होंने युवाओं से अपील की है कि वे वैक्सीन लगवाने के लिए अपने मोबाईल फोन से पंजीकरण करें। वैक्सीन लगवाने के लिए उन्हें मोबाईल पर एसएमएस आएगा।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस जैसे अज्ञातशत्रु से बचने का सबसे सुरक्षित तरीका अच्छे से माॅस्क का उपयोग करना है। कोई भी व्यक्ति एक क्षण के लिए भी घर से बाहर बिना माॅस्क के न रहे। हो सके तो दो मास्क पहन कर रखें ताकि नाक व मुंह अच्छे से ढके हों। मास्क में बार-बार हाथ न लगाएं, इससे मास्क में कीटाणु प्रवेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि माॅस्क महज चालान से बचने के लिए नहीं, बल्कि अपनी जान बचाने के लिए पहनें। उन्होंने यह भी अपील की कि अनावश्यक लोग अपने घरों से बाहर न निकले। केवल अत्यावश्यक कार्य से ही घरों से बाहर आएं। बाहर कहीं पर भी कोरोना वायरस अपनी चपेट में ले सकता है।
गोविंद ठाकुर ने जिला व मण्डल भाजपा पदाधिकारियों से भी आग्रह किया है कि कोरोना के इस संकट में वे लोगों के साथ लगातार संपर्क रखें और जरूरतमंद मानवता की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहें। मनुष्यों के साथ-साथ बेसहारा जानवरों के प्रति भी संवेदनशीलता दिखाएं। उन्होंने पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों व आम लोगों से यह भी अपील की है कि वे गौ वंश को सड़कों पर मरने के लिए न छोड़ें। संभ्रांत वर्ग के लोग गौ सदनों के लिए यथासंभव दान करें।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेशवासियों को कोरोना से बचाने के लिए बेशक कुछ बंदिशें लगाई हैं लेकिन आर्थिक गतिविधियां जारी रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि मनरेगा के कार्यों को करने की छूट दी गई है। इसके लिए ग्राम सभा में शैल्फ पास करवाने की जरूरत नहीं है। केवल पंचायत सचिव के पास अपनी जमीन के सुधार अथवा पौधरोपण इत्यादि के लिए आवेदन करना है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य, कृषि व बागवानी के कार्य जारी रखें गए हैं। इसके लिए बीज व कीटनाशकों की दुकानें खुली रखने की अनुमति दी गई है। गोविंद ठाकुर ने लोगों से अपील की है कि कोरोना के जरा से लक्षण होने पर तुरंत से कोविड जांच करवाएं ताकि समय पर उपचार किया जा सके। ऐसा करने से बहुत से अन्य परिजनों को भी आप सुरक्षित करने में सहायक बन सकते हैं। उन्होंने लोगों से कोरोना वैक्सीनेशन के लिए आगे आने को कहा।