तेरह साल के बच्चे का पुनर्जन्म, पुराने माता-पिता से कहीं ये बातें
मैनपुरी (यूपी)। कहानी पढ़ने और सुनने में फिल्मी लगेगी। लेकिन है 100 प्रतिशत सही। आज के आधुनिक युग में पुनर्जन्म की कहानी को वैज्ञानिक कोरी कल्पना मानते हैं। लेकिन मैनपुरी के लड़के की बात सुनकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। यही नहीं बच्चे ने अपनी पुरानी टीचर व रिश्तेदारों को भी पहचान लिया। बच्चे की बात सुनकर मैनपुरी में मीडिया व अन्य लोगों का जमवाड़ा लगा है। जब लड़के ने कहा मुझे पिछले जन्म के अपने पिता से मिलना है। यही नहीं बच्चे ने उसका पता व नाम सब बता दिया। तो सभी सुनकर हैरान रह गए। बच्चे की कहानी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है। आप भी कहानी सुनेंगे तो पुनर्जन्म पर विश्वास करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
हरकत में आए तीन परिवार
मामला मैनपुरी जिले के ग्राम नगला सलेही का है, जहां प्रमोद कुमार श्रीवास्तव का 13 साल का बेटा रोहित कुमार की आठ साल पहले मौत हो गई थी। रोहित की मौत के 8 साल बाद पास के ही गांव नगला अमर सिंह के रहने वाले रामनरेश शंखवार का बेटे चन्द्रवीर उर्फ छोटू ने दावा किया है कि वह रोहित ही है। उसे अपने पिछले जन्म के पिता से मिलना है। यही नहीं छोटू ने अपनी टीचर व रिश्तेदारों की भी पहचान कर ली है। छोटू की बात सुनकर तीन परिवार सख्ते में हैं। छोटू के परिवार के अलावा जहां वो अपना पिछला जन्म बता रहा है। साथ ही उसके रिश्तेदार भी सोचने पर मजबूर हो गए हैं।
दरअसल हुआ यूं कि प्रमोद कुमार उस वक्त हैरान रह गए जब अचानक से घर पहुंचे एक 8 वर्षीय बालक ने उन्हें पिता कहकर बुलाया। प्रमोद कुछ समझ पाते उससे पहले ही 8 वर्षीय बालक चंद्रवीर ने बताया कि नहाते वक्त नहर में उसकी डूबकर मौत हो गई थी। बच्चे की बात सुनते ही प्रमोद और उनकी पत्नी ने चंद्रवीर को गले लगा लिया और दहाड़ मार कर रोने लगी। यह खबर इलाके में आग की तरह फैल गई। पूर्व जन्म के रोहित और वर्तमान के चंद्रवीर ने बताया कि वह इस दुनिया में दोबारा आया है।
इतना ही नहीं, चंद्रवीर ने गांव के अन्य लोगों को भी पहचान कर उनके नाम बताए। उसने विद्यालय पहुंचकर अपना क्लास रूम भी पहचान लिया।अपने पुनर्जन्म के माता-पिता के पास वह बेहद खुश नजर आया और उन्हें कई बातें बताईं। जिसे सुनकर सभी लोग हैरान हैं। उधर चंद्रवीर की मां का कहना है कि भले ही कोई कहानी हो लेकिन वे अपने बेटे को किसी को नहीं देंगी। वे चाहती हैं कि चंद्रवीर अपने पुराने मां-बाप के घर आ जा सकता है इस पर उन्हें कोई ऐतराज नहीं है।