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Corona : सावाधान! आ सकती है कोरोना की तीसरी खतरनाक लहर

नई दिल्ली। देश अभी कोरोना की दूसरी लहर से ही जूझ रहा है लेकिन तीसरी लहर आने की भी भविष्यवाणी हो गई है। कोरोना की तीसरी लहर का आना तय माना जा रहा है। ये दावा केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने किया है। उनका कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी और इसे रोक नहीं सकते।



वायरस की तीसरी लहर भी आएगी
लोग दूसरी लहर की पीक आने का इंतजार करते रह गए और वायरस की तीसरी लहर का संकट भी देश के सामने खड़ा हो गया. आज केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि जिस तरह से देश में संक्रमण फैल रहा है, उससे ये स्पष्ट है कि इस वायरस की तीसरी लहर भी आएगी। ये लहर कब आएगी और कितने समय के लिए आएगी, इसके बारे में अभी पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता लेकिन आपको तीसरी लहर के लिए तैयार हो जाना चाहिए।


तीसरी लहर क्यों आ सकती है
कोरोना वायरस की तीसरी लहर क्यों आ सकती है? इसके कुछ कारण हैं. सबसे पहले आपको उन्हीं के बारे में बताते हैं. इस समय भारत में वारयस के कई वेरिएंट एक्टिव हैं और ये वेरिएंट अलग अलग राज्यों और क्षेत्रों में संक्रमण फैला रहे हैं. इनमें सबसे ज्यादा खतरनाक है Double Mutant वायरस, जिसे वैज्ञानिकों ने B.1.617 नाम दिया है. ये वेरिएंट भारत में ही बना है. अब तक देश में कोरोना का UK वेरिएंट, ब्राजील वेरिएंट, दक्षिण अफ्रीका वेरिएंट और अमेरिका का भी एक वेरिएंट मिल चुका है. इसके कई और वेरिएंट की पहचान अलग-अलग राज्यों में हुई है. इनमें जो वेरिएंट सबसे ज्यादा चर्चा में है, उसे लोग आन्ध्र प्रदेश वेरिएंट कह रहे हैं. हालांकि ये वेरिएंट अभी कुछ ही इलाकों में सीमित है.
तीसरी लहर और खतरनाक?


वायरस कई रूप लेकर लोगों पर हमला कर सकता है
डॉक्टरों द्वारा की गई स्टडी में कहा गया है कि ये वेरिएंट अभी वायरस के नए नए स्ट्रेन बना रहे हैं, जिससे वायरस कई रूप लेकर लोगों पर हमला कर सकता है और इतने सारे वेरिएंट्स की वजह से ही देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. समझने वाली बात ये है कि जब कोरोना की पहली लहर आई थी तो वायरस 10 दिनों में Lungs को खत्म कर देता था. दूसरी लहर में ये समय अवधि घट कर 5 से 7 दिन हो गई और ऐसा कहा जा रहा है कि तीसरी लहर में तो ये 2 से 3 दिन भी हो सकती है. यानी तीसरी लहर में वायरस दो से तीन में ही मरीज को गम्भीर हालत में पहुंचा देगा और डॉक्टरों को मरीजों का इलाज करने तक का भी समय नहीं देगा.


बरतनी होगी अधिक सावधानी
वायरस के जिस अवतार को आन्ध्र प्रदेश वेरिएंट कहा जा रहा है, वो ऐसा ही करता है. ये वेरिएंट 2 से 3 दिन में ही मरीज को ICU Bed पर पहुंचा देता है और फिर उसकी जान लेता है. यही नहीं ये बाकी वेरिएंट से 15 गुना ज्यादा संक्रामक है. इसीलिए हम आपसे कह रहे हैं कि अब आपको ज्यादा सावधानी बरतनी होगी और मास्क तो आपको बिलकुल नहीं हटाना है. कुछ अध्ययन में इस बात की आशंका जताई गई है कि पहली लहर में वायरस ने बुज़ुर्गों पर अटैक किया, दूसरा लहर में ये युवाओं को ज्यादा प्रभावित कर रहा है और तीसरी लहर में ये बच्चों के लिए खतरनाक बन सकता है. इसलिए अब हर परिवार को कुछ बातें ध्यान रखनीं चाहिए।


यहां जानिए वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन के दावे की 10 बड़ी बातें।
1. विजय राघवन ने आगाह किया है कि क्योंकि सार्स-सीओवी2 और उत्परिवर्तित हो रहा है इसलिए नयी लहरों के लिए तैयार रहना चाहिए। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की तीव्रता का पूर्वानुमान नहीं जताया गया था।
2. देश के शीर्ष वैज्ञानिक ने कहा कि कम ऐहतियाती उपाय, पहली लहर से आबादी में कम प्रतिरक्षा के चलते दूसरी लहर अधिक तीव्र हो रही है और इससे अभी तक देशभर में हजारों लोगों को जान गंवानी पड़ी है और लाखों लोग संक्रमित हुए हैं।
3. प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के मुताबिक जब वैक्सिनेशन बढ़ेगी तो वायरस लोगों को संक्रमित करने के नए तरीके ढूंढेगा, जिसके लिए हमें तैयार रहना होगा। वायरस अपना रूप बदलता रहता है। इसलिए हमें वैक्सीन और दूसरे पहलुओं पर रणनीति बदलती रहनी होगी।
4. दूसरी लहर में कई फैक्टर हैं जिसमें कोरोना के नए वेरिएंट भी एक फैक्टर है। दूसरी लहर इसलिए बढ़ी क्योंकि जो इम्युनिटी बनी थी वो इतनी नहीं थी की संक्रमण को रोक सके।
5. कोरोना की पहली लहर दो वजह से कम हुई थी, जिन लोगों को इंफेक्शन हुआ उनमें इम्युनिटी आई और मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग सहित बचाव के जो भी कदम उठाए गए उससे संक्रमण फैलना कम हुआ। लेकिन बचाव के कदमों में ढिलाई बरती तो संक्रमण फैलना फिर शुरू हुआ।
6. वैज्ञानिक का कहना है कि कई लोग नई प्रतिरक्षा सीमा तक पहुंचने से पहले ही संक्रमित हो जाते हैं। ऐसी दूसरी लहर आम तौर पर पहले की तुलना में छोटी होती है। ऐसी ही दूसरी लहर की उम्मीद थी। हालांकि, कई कारक दूसरी लहर में बदलाव करके उसे पहली की तुलना में बहुत बड़ी बना सकते हैं।
7. सार्स-सीओवी2 के बदलाव और इसकी बढ़ती क्षमता पर विस्तार से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वायरस 2019 में वुहान में उभरा और वह उस समय सामान्य था जो कई स्तनपायी प्रजातियों को संक्रमित कर सकता था।
8. उन्होंने कहा, 2021 की शुरुआत में पूरी दुनिया में बहुत बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए। प्रतिरक्षा बढ़ने के साथ, वायरस को बढ़ने का अवसर नहीं मिला। हालांकि उसे कुछ ऐसे विशेष क्षेत्र मिलते हैं जहां यह फैल सकता है, इसलिए यह बेहतर तरीके से फैलने के लिए बदलाव करता है।
9. उन्होंने कहा कि दूरी बनाए रखने से प्रसार पर लगाम लगायी जा सकती है। उन्होंने कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने पर जोर देते हुए कहा, ‘यह वायरस मनुष्य से मनुष्य में ही फैल सकता है।’
10. नीति अयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) ने वी के पॉल ने कहा, बदलते वायरस के प्रति प्रतिक्रिया वही है। हमें कोविड उचित व्यवहार का पालन करने की आवश्यकता है जैसे कि मास्क लगाने, एक-दूसरे से दूरी बनाये रखने, स्वच्छता बनाए रखने, कोई अनावश्यक मुलाकात नहीं करना और घर पर रहना।


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