शिमला, मंडी, लाहौल-स्पीतिहिमाचल
महामारी के दौरान राजनीति चमकाने में जुटे कांग्रेसी : गर्ग
शिमला । खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने आज यहां जारी प्रेस वक्तव्य में कहा है कि कांग्रेस के नेता कोरोना महामारी के दौरान भी ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। एक तरफ प्रदेश सरकार जहां संकट के इस दौर में लोगों को हर संभव मद्द प्रदान कर रही है, वहीं कांग्रेस के नेता उल-जलूल आरोपों की आड़ में अपनी राजनीति चमकाने के अवसर तलाश रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता हर पल मंहगाई का राग अलापते रहते हैं। लेकिन जब देश में यूपीए की सरकार के समय खाद्यान्न की कीमतें आसमान छू रही थीं और दालें 150-300 रुपये प्रति किलो के भाव से बाजार में मिलती थी, तब उन्हें मंहगाई नजर नहीं आती थी। आज कोरोना महामारी के संकट के दौरान भी उस समय की तुलना की जाए तो खाद्य पदार्थों के भाव बहुत कम हैं। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय जब खाद्य वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे थे तो किसी भी कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता को मंहगाई नजर नहीं आती थी।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में मंहगाई पर लगाम लगाने के लिए सकारात्मक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से प्रदेश की जनता को सब्सिडी प्रदान करके राहत प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि उचित मूल्य की दुकानों में खाद्य आपूर्ति निगम बीपीएल परिवारों को उड़द, मलका और मूंग साबूत दालें बाजार मूल्य से लगभग 30 रुपये प्रति किलो सस्ती तथा एपीएल परिवारों को बाजार मूल्य से 20 रुपये प्रति किलो सस्ती दर पर मुहैया करवाई जा रही हैं। बीपीएल परिवारों को चीनी 13 रुपये प्रति किलो व एपीएल को 30 रुपये के हिसाब से उपलब्ध करवाई जा रही हैै इसके अतिरिक्त, सरसों का तेल बाजार मूल्य से 20 से 30 रुपये सस्ता और बीपीएल परिवारों को रिफाइण्ड तेल बाजार मूल्य से लगभग 35 रुपये सस्ता मुहैया करवाया जा रहा है। आटा व चावल पर सभी राशन कार्ड धारकों को सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
राजिन्द्र गर्ग ने कहा कि विपक्ष के नेता दुष्प्रचार करके आम लोगों को गुमराह करने का प्रयास करे हैं परन्तु जनता व्यावहारिक रूप से सब देख रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी, कोरोना जैसी महामारी के भयानक संकट की घड़ी में भी प्रदेश के हितों की रक्षा करने के बजाए राजनीतिक हित साधने में जुटी है, परन्तु उनके नापाक मनसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।