बिलासपुर, चंबा, हमीरपुरहिमाचल
मुख्यमंत्री ने बिलासपुर में कोरोना की स्थिति का लिया जयजा, कही ये महत्वपूर्ण बातें
बिलासपुर। चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड स्वास्थ्य संस्थानों और होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड-19 मरीजों के बेहतर उपचार के लिए अपने व्यवहार में परिवर्तन कर और संवेदनशीलता के साथ कार्य करना होगा। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला बिलासपुर के बचत भवन में कोविड-19 और सूखे जैसी स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
सक्रिय मामलों में से लगभग 95 प्रतिशत होम आइसोलेशन में हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकतर चिकित्सक और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ कोविड-19 रोगियों का ईलाज प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ कर रहे है उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन प्रणाली को मजबूत करना समय की मांग है, क्योंकि कोविड-19 के सक्रिय मामलों में से लगभग 95 प्रतिशत होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन के मरीजों से सम्बन्धित आंकड़े एकत्रित किए जाने चाहिए और उन्हें आवश्यक दवाओं के साथ पल्स आक्सीमीटर, हैंड सैनेटाइजर उपलब्ध करवाए जाने चाहिए।
राज्य में पिछले 50 दिनों के दौरान मृतकों की संख्या 970 से 1177 हो गई
जय राम ठाकुर ने व्यापार मण्डल के सदस्यों से राज्य सरकार को इस महामारी से लड़ने के लिए अपना पूर्ण सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को कोविड-19 मामलों की अधिकता वाले राज्यों से धार्मिक समारोहों से घर वापस आने वाले स्थानीय लोगों के समूहों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए। पंचायती राज संस्थाओं के चुने हुए प्रतिनिधि ऐसे राज्यों से वापस आने वाले लोगों की पहचान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। उन्होंने कहा कि इस संक्रमण के प्रसार की गति बहुत तेज है और यह और भी अधिक घातक है क्योंकि राज्य में पिछले 50 दिनों के दौरान मृतकों की संख्या 970 से 1177 हो गई है।
विधायक सुभाष ठाकुर और जीत राम कटवाल ने इस अवसर पर जिले में कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। उन्होंने कोविड-19 के अधिक मामलों वाले राज्यों से आने वाले लोगों पर निगरानी रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पानी की बेहतर आपूर्ति के लिए जल शक्ति विभाग और हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के बीच उचित समन्वय सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
जिले की कुल बिस्तर क्षमता 275 है
उपायुक्त रोहित जम्वाल ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि जिला में 493 सक्रिय मामलें हैं और जिले में 28 मौतें हुई हैं। उन्होंने कहा कि कुल सक्रिय मामलों में से जिला में 392 मामलें होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मरीजों को क्षेत्र से सम्बन्धित चिकित्सा अधिकारी से जोड़ा गया है और स्थानीय आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कार्यकर्ता होम आइसोलेशन के मरीज की स्वास्थ्य निगरानी के लिए दिन में दो बार रोगी के घर जाते हैं। उन्हाेंने कहा कि पात्र समूहों की लगभग 70 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण किया जा चुका है। जिले की कुल बिस्तर क्षमता 275 है और जिला प्रशासन किसी भी आपदा से निपटने के लोए इसे और विस्तृत करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि जिला में इस वर्ष 1 मार्च से 18 अपै्रल तक 63 प्रतिशत कम बारिश हुई जो चिन्ता का विषय है। उन्होंने कहा कि अगर सूखे जैसी स्थिति बनती है तो इससे लगभग 42 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कि जिले में सूखे जैसी स्थिति के कारण 50 प्रतिशत फसल का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि सूखे के कारण जिले में चारे का संकट हो सकता है।
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग, विधायक हमीरपुर नरेन्द्र ठाकुर, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा, जिला स्तर के वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि वर्चुअल माध्यम से अपने सम्बन्धित क्षेत्रों से बैठक में जुड़े।