क्रिप्टो करंसी के नाम पर 20 करोड़ की ठगी, आप मत आना इस प्रकार के झांसे में

नेरचौक। हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करंसी से करोड़ों रुपए के लेन-देन ठगी की शिकायतें आए दिन मिल रही हैं। वहीं, अब जिला मंडी के उपमंडल बल्ह में भी क्रिप्टो करेंसी को लेकर धोखाधड़ी मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज की गई है। नागचला निवासी मनोज कुमार ने थाना बल्ह में शिकायत दर्ज करवाई है कि उन्होंने अगस्त 2020 में पवन संख्यान और सुशील जरियाल के पास क्रिप्टो करंसी की ओनिक्स ट्रेडिंग कंपनी ओएफएस ट्रेडिंग डॉट कॉम में पैसा इन्वेस्ट किया था, जिसमें उपरोक्त दोनों व्यक्तियों ने वादा किया था कि आपका पैसा इसमें सुरक्षित रहेगा और यदि कंपनी फेल भी हो जाती है, तो भी आपका अमाउंट वापस हो जाएगा। मनोज कुमार का कहना है कि जिस पर उन्होंने अन्य लोगों का लगभग 15 से 20 करोड़ इसमें इन्वेस्ट कर डाला, अब ये दोनों वीरेंद्र व प्रदीप सिंह जो इस कंपनी के हैड हैं, पैसा वापस करने में आनाकानी कर रहे हैं।
वहीं, लोग उनसे अपना पैसा वापस मांग रहे हैं। इसके अलावा बल्ह के नागचला लुणापानी, नेरचौक, भंगरोटू व अन्य स्थानों से दर्जनों लोगों को शिकार बनाया गया है। यहां से लगभग 15 से 20 करोड़ रुपए की लूट होने की बात कही जा रही है। वहीं, एएसपी मंडी विवेक चहल ने बताया कि बल्ह थाना में कुछ ग्रामीणों ने पैसों की धोखाधड़ी को लेकर शिकायत दर्ज कराई है। जिस पर मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है। साइबर थाना पुलिस ने हिमाचल प्रदेश की जनता को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए धोखाधड़ी को लेकर अलर्ट जारी किया है। पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कानूनी ढांचा निर्धारित नहीं किया गया है। इसलिए निवेशक इसको लेकर सावधान रहें।
इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक ने भी किसी संस्था या कंपनी को आभासी मुद्रा से निपटने के लिए कोई लाइसेंस या कानूनी अधिकार नहीं दिया है। साइबर सेल की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि पीडि़त व्यक्ति लेन-देन से संबंधित दस्तावेजों के साथ पुलिस को रिपोर्ट कर सकते हैं। साइबर सैल शिमला के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने भी एडवाइजरी करते हुए निवेशकों को क्रिप्टो करेंसी को लेकर सावधान करने की बात कही थी। लेकिन लोग पैसों के लालत में अपनी कमाई गंवा रहे हैं।