सोलन, सिरमौर, ऊनाहिमाचल

शूलिनी विश्वविद्यालय सोलन में ‘सैंटर आंफ एक्सीलेंस फाॅर डायरेक्ट सैलिंग इन एकेडमिक्स’ का शुभारम्भ

सोलन । हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मन्त्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार रोज़गारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करने पर बल दे रही है तथा इस दिशा में शूलिनी विश्वविद्यालय सोलन द्वारा स्थापित ‘सैंटर आफ एक्सीलेंस फाॅर डायरेक्ट सैलिंग इन एकेडमिक्स’ विशेष रूप से लाभदायक सिद्ध होगा। गोविन्द सिंह ठाकुर आज सोलन के शूलिनी विश्वविद्यालय में ‘सैंटर ऑफ एक्सीलेंस फाॅर डायरेक्ट सैलिंग इन एकेडमिक्स (सीईडीएसए)’ के शुभारम्भ अवसर पर उपस्थित शिक्षाविदों एवं अन्य को सम्बोधित कर रहे थे।


प्रदेश के शिक्षा मन्त्री गोविन्द सिंह ठाकुर तथा खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मन्त्री राजिन्द्र गर्ग ने शूलिनी विश्वविद्यालय सोलन में नव स्थापित इस ‘सैंटर आफ एक्सीलेंस फाॅर डायरेक्ट सैलिंग इन एकेडमिक्स’ का विधिवत शुभारम्भ किया। गोविन्द सिंह ठाकुर शुभारम्भ के अवसर पर वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े रहे जबकि राजिन्द्र गर्ग इस अवसर पर विश्वविद्यालय में उपस्थित रहे।
‘सैंटर आफ एक्सीलेंस फाॅर डायरेक्ट सैलिंग इन एकेडमिक्स (सीईडीएसए)’ द्वारा इसी वर्ष से डायरेक्ट सैलिंग में पीजी डिप्लोमा करवाया जाएगा। सीईडीएसए विश्व का दूसरा तथा भारत का पहला ऐसा केन्द्र होगा तथा यह केन्द्र डायरेक्ट सैलिंग के क्षेत्र में भारत की स्थिति को सुदृढ़ करने में सहायक बनेगा। ‘सैंटर आफ एक्सीलेंस फाॅर डायरेक्ट सैलिंग इन एकेडमिक्स (सीईडीएसए)’ इण्डियन डायरेक्ट सैलिंग ऐसोसिएशन (आईडीएसए) तथा शूलिनी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आरम्भ किया गया है।


शिक्षा मन्त्री ने कहा कि वर्तमान संकटकाल ने हम सभी को शिक्षा तथा आय के ऐसे साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया है जो इस समय से पूर्व कम प्रचलन में थे। उन्होंने कहा कि संकट के इस काल ने यह भी समझाया है कि अच्छी आय के लिए हमें तकनीक का बेहतर उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सैंटर आॅफ एक्सीलेंस फाॅर डायरेक्ट सैलिंग इन एकेडमिक्स के माध्यम से नवीन सम्भावनाएं तलाशने में सहायता मिलेगी।


गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि भविष्य में विश्व के सबसे अधिक युवा भारत में होंगे और इन युवाओं को बेहतर जीवनयापन के लिए विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करना आवश्यक होगा। उन्होंने कहा कि डायरेक्ट सैलिंग में पीजी डिप्लोमा युवाओं को अनेक श्रेष्ठ अवसर प्रदान कर सकेगा। उन्होंने कहा कि डायरेक्ट सैलिंग का क्षेत्र हिमाचल के युवाओं को नई राहों पर मज़बूती से खड़ा करने तें सक्षम है। उन्होंने बेहतर पाठ्यक्रम आरम्भ करने के लिए इण्डियन डायरेक्ट सैलिंग ऐसोसिएशन (आईडीएसए) तथा शूलिनी विश्वविद्यालय को बधाई दी।


खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मन्त्री राजिन्द्र गर्ग ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश के मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर हिमाचल के युवाओं को रोज़गार तलाशने के स्थान पर रोज़गार प्रदाता बनाने के लिए कृतसंकल्प हैं और शूलिनी विश्वविद्यालय एवं इण्डियन डायरेक्ट सैलिंग ऐसोसिएशन का संयुक्त प्रयास इस दिशा में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।  उन्होंने कहा कि वर्तमान संकटकालीन परिस्थितियों के दृष्टिगत ऐसी शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए जो रोज़गार एवं स्वरोज़गार की बेहतर सम्भावनाओं का सृजन कर सके। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मन्त्री ने कहा कि डायरेक्ट सैलिंग में पीजी डिप्लोमा, देश की नई शिक्षा नीति की युवाओं को रोज़गारदाता बनाने की अवधारणा को पूर्ण करने की दिशा में सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा कि वर्तमान एवं भविष्य में डायरेक्ट सैलिंग का क्षेत्र बेहतर रोज़गारपरक क्षेत्र बनकर उभरेगा और ऐसी परिस्थिति में यह पाठ्यक्रम युवाओं के सुनहरे भविष्य की नींव रख सकेगा।


राजिन्द्र गर्ग ने कहा कि इस पाठ्यक्रम में अनुसंधान को सम्मिलित करने से डायरेक्ट सैलिंग की सुदृढ़ श्रृंखला तैयार करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि डायरेक्ट सैलिंग के क्षेत्र में शिक्षा, महत्वाकांक्षी मेक इन इण्डिया तथा स्टार्ट अप इण्डिया की सफलता में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेगी। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय प्रांगण में चिनार का पौधा रोपा और सैंटर आॅफ एक्सीलेंस फाॅर डायरेक्ट सैलिंग इन एकेडमिक्स का दौरा किया। शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीके खोसला ने गणमान्य अतिथियों का  का स्वागत करते हुए पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रदान की।


विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने कहा कि इस प्रयास के माध्यम से उद्योग तथा शिक्षा क्षेत्र को एक साथ लाकर रोज़गार के अधिक अवसर सृजित करने में सहायता मिलेगी। इस अवसर पर शूलिनी विश्वविद्यालय के संस्थापक विशाल आनंद, आईडीएसए की अध्यक्ष रिनी सान्याल ने भी अपने विचार रखे। पंजाब सरकार के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की अतिरिक्त निदेशक सिमरजोत कौर ने भी इस अवसर पर आॅनलाईन अपने विचार रखे।
शूलिनी विश्वविद्यालय के ई-लर्निंग के निदेशक डाॅ. कमल कान्त वशिष्ठ ने स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर शूलिनी विश्वविद्यालय की सरोज खोसला, पूनम नंदा, आईडीएसए के उपाध्यक्ष रजत बैनर्जी सहित अनके गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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