घुमारवीं के इस स्कूल में हुआ बाल वाटिका शुरू, राजेंद्र गर्ग ने किया शुभारंभ
घुमारवीं। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मन्त्री राजेन्द्र गर्ग ने सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घुमारवीं में बाल वाटिका का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए उन्होने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि सरस्वती विद्या मन्दिर के बच्चे बोर्ड में मैरिट में आ रहे है तथा यहां पढ रहे बच्चे बडे-बडे स्कूलों में टक्कर दे रहे है। उन्होने कहा कि आरम्भ में विरोध के बाद अब समाज ने बच्चों को सही दिशा व संस्कार युक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षा भारती के स्कूलों को अपना लिया है। उन्होंने कहा कि गुणवान व्यक्तित्व के विकास के लिए ऐसे सस्थानों की नितांत आवश्यकता है।
उन्होने कहा कि शिशु बीज की तरह होतें है तथा आरम्भ से ही उन्हे सही दिशा प्रदान करने एवं बेहतरीन व्यक्तित्व के विकास के लिए शिशु वाटिका महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेगा। उन्होने कहा कि सरस्वती विद्या मन्दिर के शिक्षा के प्रति योगदान को इस बात से आँका जा सकता है कि मेधावी छात्रों को लैपटॉप वितरण के दौरान पुरे प्रांत में सरस्वती विद्या मन्दिर के 435 बच्चों को लैपटॉप प्रदान किया गया जबकि विद्यालय के जिला में 115 विद्यार्थियों को तथा घुमारवीं के 30 छात्रांे को लैपटॉप प्रदान किया गया।
उन्होने कहा कि नन्हे अबोध बालक बालिकाओं को निखारने की आवश्यकता होती है ताकि एक संस्कार युक्त व्यक्तित्व का निर्माण किया जा सके। नई शिक्षा नीति की परिकल्पना के अनुरूप शिशु वाटिका से आत्मनिर्भरता एवं समाज सेवा की भावना का विकास होगा।
उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान करना उनकी पढाई में सहायक सिद्ध होगा। शिक्षा को भविष्यान्मुखी बनाने के लिए नई शिक्षा नीति 2020 लाई गई है। प्रौद्योगिकी के बदलाव से शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन आया है। आज लैपटॉप कम्पूयटर मोबाइल जैसे आधुनिक उपकरण विद्यार्थियों के लिए आवश्यकता बन गए है।
उन्होने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश मे अभूतपूर्व प्रगति की है तथा कई मामलों में हम केरल को भी पीछे छोड चुके है जो कि प्रदेश के लोगों केे लिए भी गर्व का विषय है। उन्होने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है तथा लडकियों की शिक्षा पर विशेष बल दिया जा रहा है।
जिला शिक्षा समिति अध्यक्ष अम्मीचन्द शर्मा ने शिशु बाल वाटिका में तीन वर्ष के आ रहे बच्चों में संस्कार युक्त शिक्षा प्रदान करने के उदेश्य से घुमारवीं में आदर्श बाल वाटिका की स्थापना के लिए राजेन्द्र गर्ग के द्वारा 2 लाख 76 हजार रूपये का सहयोग प्रदान करने के लिए उनका धन्यवाद किया।
हिमाचल शिक्षा समिति के प्रांत उपाध्यक्ष डा0 प्रेम लाल शर्मा ने कहा कि घुमारवीं में विद्यार्थियोें को कोचिंग की शिक्षा प्रदान करने के लिए एक बेहतरीन कोचिंग संस्थान संेटर ऑफ एक्सीलेंस आरम्भ किया गया है। उन्होने कहा कि बच्चों को आरम्भ से ही संस्कार, संस्कृति, समाज एवं राष्ट्र का बोध करवाना आवश्यक है।
कार्यक्रम के दौरान खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मन्त्री राजून्द्र गर्ग ने सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घुमारवीं के शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्रोंओ को पुुरस्कृत किया। इस अवसर पर बोर्ड में दसवीं कक्षा में नवें स्थान पर रही विद्यालय की छात्रा वाणी गौतम तथा भूमिका व हर्षिता को उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया। 10$2 कक्षा के दिपक, आस्था, हिमाशु, शिवांगी, नमिता, कनिका ढटवालिया, कनिका शर्मा, सौरव तथा अन्जली को भी उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए खाद्य मन्त्री ने सम्मानित किया।
इस अवसर पर जिला शिक्षा समिति अध्यक्ष अम्मीचन्द शर्मा, हिमाचल शिक्षा समिति के प्रांत उपाध्यक्ष डा0 प्रेम लाल शर्मा, प्रबन्ध समिति अध्यक्ष रवीं कात शर्मा, उपाध्यक्ष रामस्वरूप, प्राचार्य धनवीर ठाकुर, रा.व.मा.पा. छात्र घुमारवीं के प्रधानाचार्य अश्वनी शर्मा, रामावपा छात्रा के प्रधानाचार्य अरूण डोगरा, प्रबन्धक सतीश शर्मा, मनोनीत पार्षद सुरेन्द्र शर्मा, जिला मन्त्री आंेकार चन्द, सोहन सिंह ठाकुर, शांति स्वरूप मैहता, लोक निर्माण विभाग के सेवा निवृत मुख्य अभयन्ता रमेश कैंथ सहित विद्यालय के बच्चे व अभिभावक भी उपस्थित रहे।