कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लूसोलन, सिरमौर, ऊनाहिमाचल

असम रेजिमेंट के जवानों ने घायल पर्वतारोही महिला को निकाला

रिकांगपिओ। 4 असम रेजिमेंट के जवानों ने घायल पर्वतारोही महिला को लामखागा दर्रा से निकाला सुरक्षित। ट्रांस हिमालय की गगनचुंबी चोटियों व दर्रो को फतह करने निकला 11 सदस्य महिला पर्वतारोही  दल की एक महिला विमला देवी दिवासक गत दिवस लामखागा दर्रे पर फिसलने के कारण घायल हो गई थी। जैसे ही इसकी सूचना ट्राई पीक हिमालय की इकाई 4 असम रेजीमेंट को मिली तो तुरंत सेना के जवानों के एक दल ने रेस्क्यू अभियान आरम्भ किया और  बुजुर्ग पर्वतारोही महिला को सुरक्षित निकाल कर नजदीकी सेना के अस्पताल मे प्राथमिक उपचार करवाया गया तथा उसके उपरान्त उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ में दाखिल किया गया।



जिला मुख्यालय में सेना से प्राप्त सूचना के अनुसार महिला पर्वतारोहियों का एक दल माउंट एवरेस्ट फतेह करने वाली देश की प्रथम महिला पद्म श्री बिछेंद्री पाल के नेतृत्व में गत दिनों उत्तराकाशी के हर्षल से लामखागा दर्रे को पार करते हुए किन्नौर जिले के लिए रवाना हुआ था जिसने हिमाचल प्रदेश में स्थित लामखागा दर्रे में 5 जुलाई, 2022 को प्रवेश किया। इस दौरान एक पर्वतारोही महिला विमला देवी दिवासक लामखागा दर्रे के पास चोटिल हो गई। इसकी सूचना मिलते ही 4 असम रेजीमेंट के जवानों ने विपरीत मौसम व दुर्गम भोगौलिक परिस्थितियों के वावजूद समझदारी व सूझभूज के साथ घायल पर्वतारोही महिला को सुरक्षित निकाला।



उलेखनीय है कि 12 मार्च 2022 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के फिट इंडिया मिशन के तहत 50 वर्ष की उम्र पार कर चुकी 11  पर्वतारोही महिलाओं का एक दल भारत-म्यामांर सीमा पर स्थित पांगसायु से टाईगर हिल तक पर्वतारोहण के लिए पद्म श्री बिछेंद्री पाल के नेतृत्व में रवाना हुआ था। यह दल अरुणाचल, असम, पश्चिमी बंगाल, सिक्कम, उतराखण्ड व हिमाचल होते हुए लगभग 5000 किलोमीटर की दूरी व 37 पर्वती दर्रों को पार करते हुए 5 माह में टाईगर हिल पहुंचेगा।


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