सोलन, सिरमौर, ऊनाहिमाचल

कुपोषण के बारे में आम लोगों को जागरूक करना आवश्यक

भूले-बिसरे व्यंजनों को पुनर्जीवित करने में सभी का सहयोग अपेक्षित

सोलन। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अन्य विभागों के समन्वय से सितम्बर, 2023 में ‘छठा राष्ट्रीय पोषण माह’ मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य जीवन-चक्र दृष्टिकोण के माध्यम से कुपोषण के बारे में आम लोगों को जागरूक करना तथा कुपोषण से निपटना है। यह जानकारी ज़िला कार्यक्रम अधिकारी सोलन राजेन्द्र सिंह नेगी ने दी। राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि ज़िला सोलन में पोषण माह-2023 के तहत ‘सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत’ (पोषण-समृद्ध भारत, शिक्षित भारत, सशक्त भारत) विषय पर आधारित गतिविधियां आयोजित की जा रही है।




उन्होंने कहा कि पोषण माह के अंतर्गत स्तनपान और पूरक आहार के प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित करने वाले अभियानों के माध्यम से धरातल पर पोषण सम्बन्धी जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। पोषण माह के तहत स्वस्थ बालक प्रतिस्पर्धा जिसमें पोषण भी-पढ़ाई भी, जनजातीय-केंद्रित पोषण संवेदीकरण, परीक्षण, उपचार, एनीमिया पर चर्चा इत्यादि गतिविधियां चलाई जा रही है। इसका उद्देश्य पोषण और समग्र कल्याण के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करना है।




राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि पोषण माह के अंतर्गत समग्र पोषण के बारे में जागरूक करने के लिए समुदाय के विभिन्न वर्गों को शामिल किया जा रहा है। इनमें गांव, खण्ड और ज़िला स्तर पर आउटरीच कार्यक्रम, पहचान अभियान, शिविर और घरेलू दौरे आयोजित किए जा रहे है। मिशन सक्षम, आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के माध्यम से पोषण के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है।




ज़िला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, महिला एवं बाल विकास निदेशालय ने 30 सितम्बर, 2023 तक राज्य भर में ‘हिमाचल के भूले हुए व्यजनों के छुपे हुए खजाने की खोज अभियान’ कार्यक्रम आयोजित करने की पहल की है। उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य भूले-बिसरे व्यंजन जैसे लुगड़ी, इंदारे, सत्तू का फाका, लिंगडू का अचार, पचोल्टू, पटांडे और विभिन्न प्रकार की हर्बल चाय, सूप और चटनी आदि को बढ़ावा देना है। अभियान का लक्ष्य इन व्यंजनों को पुनर्जीवित करना, उनकी कहानियों को साझा करना और स्वास्थ्य के लिए उनके पोषण संबंधी लाभों को सभी के साथ उजागर करना है।




उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि इन दोनों अभियानों से जुड़े व प्रतियोगिता का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि निदेशालय की और से प्रस्तावित अभियान में पौष्टिक व्यंजन बनाने की वीडियो #Wcdhimachal का फेसबुक पर अपलोड कर 1000 रुपए नकद पुरस्कार प्राप्त कर सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए किसी भी कार्य दिवस में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता या ज़िला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय से सम्पर्क किया जा रहा है।

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