भागवत कथा सुनने से पापों से मिलती है मुक्ति : सुरेश भारद्वाज

कुठेड़ा। घुमारवीं उपमंडल की कुठेड़ा पंचायत के अधीन जय बाबा नहार सिंह श्रीमदभागवत कमेटी द्वारा करवाई जा रही श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन गुरुवार को पंडित सुरेश भारद्वाज ने भागवत महापुराण को साक्षात कृष्ण का स्वरूप बताया।
उन्होंने कहा कि इसमें कृष्ण के सभी रस समाहित हैं। भागवत गीता को नारायण का अंग माना जाता है और भागवत कथा के श्रवण से जन्म जन्मांतर के पापों से मुक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि भागवत गीता में मानव जीवन का रहस्य छिपा है। मनुष्य को सद्कर्म करने चाहिए। अच्छे कार्य ही पीछे रह जाते हैं। पंडित सुरेश भारद्वाज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा में 18 हजार श्लोक, 335 अध्याय व 12 स्कंध हैं, जिनमें भगवान विष्णु के अवतारों का वर्णन है। उन्होंने भागवत कथा के दौरान प्रह्लाद जन्म, गज-ग्राह के उद्धार, नरसिंह का अवतार, समुद्र मंथन, प्रहलाद जन्म प्रसंग की चर्चा करते हुए विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि जो भक्त उन्हें सच्चे हृदय से बुलाता है, भक्त की रक्षा के लिए प्रभु हर जगह प्रकट हो जाते हैं। भगवान आने में देर नहीं करते, बल्कि हम बुलाने में देर कर देते हैं। भगवान किसी के साथ पक्षपात नहीं करते। इन कथाओं से हमें सीख लेनी चाहिए। इस अवसर पर ग्राम पंचायत प्रधान ज्योति प्रकाश, कमेटी प्रधान नरेश महाजन, व्यापार मंडल प्रधान राकेश सोनी, अशोक महाजन,धर्म सिंह, बिशन दास, जगरनाथ, हेम राज, पूजा, बिमला, निशा भी मौजूद रहे।