बिलासपुर, चंबा, हमीरपुरहिमाचल

प्राथमिक पाठशाला बाह-रणौतां में शिक्षकों के पद खाली, बच्चों का भविष्य संकट में

बिलासपुर। प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन असल में यह सही साबित नहीं हो रहें है। ऐसा ही वाक्या हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर के विकास खण्ड घुमारवीं की राजकीय प्राथमिक पाठशाला बाह-रणौता में पेश आया जहां पर एक भी शिक्षक नहीं हैं। ऐसे में बच्चों का भविष्य कैसे उज्जवल होगा ?जिसके कारण बच्चों की पढाई में बहुत ज्यादा असर पड़ता नजर आ रहा है,ऐसे में छोटे बच्चों का उज्जवल भविष्य में पढाई पर गहरा संकट मंडराने लगा है। बता दें कि दिसंबर 2020 में राजकीय प्राथमिक पाठशाला बाह- रणौता के मुख्य अध्यापक का तबादला दूसरी पाठशाला में हो गया, और दुसरे अध्यापक का दिसंबर 2020 में सेवानिवृत्त हो गए है।दस महीने पहले राजकीय प्राथमिक पाठशाला बाह- रणौता में दो अध्यापक नियुक्त थे। आपको बता दें कि दिसंबर 2020 से लेकर आज तक अध्यापक के दो पद खाली पड़े हैं। जो कि सरेआम बच्चों के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है, बच्चों के परिजन इस समास्या के लिए अत्यंत परेशान हैं, एक तरफ से सरकार कहती हैं कि स्कूल में बच्चों की तादाद बढ़ाओ और दुसरी तरफ पाठशाला में पर्याप्त स्टाफ नहीं।जिसके कारण स्कूल में नई एडमिशने होनी थी वो भी नहीं हुई।स्कूल में फिलहाल दूसरी पाठशाला से एक अध्यापक की नियुक्ति की है। बच्चों के परिजन इस भय से नहीं करवा पा रहे उनका कहना है कि स्टाफ की नियुक्तियां एक सप्ताह के अंदर करवायेंगे, अन्यथा बच्चों के भविष्य के बारे में और कुछ सोचना पड़ेगा। बच्चों के परिजनों का कहना है कि ऐसा कौन सा स्कूल है जो दस महीने बीत जाने पर बिना किसी अध्यापक के ख़ाली पड़ा है।राजकीय प्राथमिक पाठशाला बाह- रणौता का स्कूल बहुत पुराना होने के कारण एक जटिल समास्या बन गई है।

इस बारे में स्थानीय जनता व बच्चों के परिजनों और पूर्व प्रधान सुरेश कुमार ने सरकार से मांग कि पहली से पांचवीं कक्षा के ख़ाली पड़े अध्यापकों के पदों की नियुक्तियां की जाएं, नहीं तो आम जनता आक्रोश में आकर धरना प्रदर्शन करने में विवश होंगी। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। शिक्षकों की कमी के चलते बच्चों के अभिभावकों में प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग के प्रति गहरा रोष है। अभिभावकों ने प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग से जल्द से जल्द इन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती करने की मांग की है, ताकि बच्चों को बेहतर और गुणात्मक शिक्षा मिल सके।”उधर”इस बारे में स्कूल प्रबंधन एस० एम० सी ० समिति की प्रधान कुसम लता ने सरकार से मांग कि है कि स्कूल में रिक्त चल रहे शिक्षकों के पदों को अति शीघ्र भरा जाएं। अभिभावकों में मोहर लाल, प्रकाश चन्द, राधे श्याम,सुनिल कुमार, महेंद्र सिंह, प्रताप चंद, राजकुमार, कुलदीप कुमार, आशा देवी, राजेश कुमार, पुनम कुमारी का कहना है कि प्राथमिक स्कूल बाह-रणौता में पहली से पांचवी कक्षा तक करीब 16 की संख्या में बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। उन्होंने कहा कि स्कूल में शिक्षकों की तैनाती करने की मांग की है।

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